नवी मुंबई में 3 साल की ब्राह्मण बच्ची की बेरहमी से हत्या, आरोपी मोहम्मद अंसारी गिरफ्तार

महाराष्ट्र की नवी मुंबई के तलोजा में 3 साल की बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी. वारदात को पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने अंजाम दिया. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि आरोपी युवक को अरेस्ट कर लिया गया है. आरोपी का नाम मोहम्मद अंसारी है. मृतक की बच्ची के पिता का नाम अमरेश शर्मा है.
अमरेश शर्मा मोहम्मद अंसारी का पड़ोसी है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, इन दोनों की पत्नियों में आए दिन झगड़ा होता था. मोहम्मद अंसारी जुआ खेलने का आदी था. जुए में हजारों रुपये हार चुका था. उसे पैसों की जरूरत थी. इसलिए उसने बच्ची की हत्या कर अपहरण के नाम पर अमरेश शर्मा से फिरौती मांगने का प्लान बनाया.
शव को बैग में छिपाया
बच्ची की हत्या करने के बाद शव को अंसारी ने एक बैग में छिपाकर रख दिया था. लेकिन बैग को बिल्डिंग से बाहर ले जाने का मौका नहीं मिला. इसके बाद आरोपी मोहम्मद अंसारी ने शव को चुपके से ले जाकर अमरेश के घर के टॉयलेट के ऊपर रख दिया. इस दौरान अमरेश पुलिस में शिकायत दर्ज कराने गए थे.
पनवेल पुलिस के उपयुक्त प्रशांत मोहिते ने बताया कि 25 मार्च को मृतक बच्ची के पिता ने तालोजा पुलिस स्टेशन में लड़की के खोने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर अपहरण की आशंका को ध्यान में रखकर उसकी खोज के लिए 5 टीमों का गठन किया था. पुलिस की सभी टीमें खोज रही थीं, तभी 26 मार्च की रात पुलिस को खबर मिली कि लड़की का शव उसी के घर के बाथरूम के ऊपर रखा है.
आखिर बच्ची की क्यों की हत्या?
इसके बाद पुलिस की टीम ने जब जांच की तो पता चला कि वहीं पर रहनेवाले मोहम्मद वजीर अंसारी ने बच्ची की हत्या कर घर में छिपा दिया था. पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि मृतक लड़की की मां और उसकी पत्नी के बीच अक्सर बच्चों के झगड़ों के चलते लड़ाई होती रहती थी. इस बीच वह जुए में झुप्पी नमक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर करीब 42 हजार रुपए भी हार गया था. इससे वह काफी परेशान था और उसने निर्णय लिया कि वह बच्ची की हत्या करेगा. इसके बाद उसने मौका पाते ही लड़की की हत्या कर दी और उसे एक रेक्सीन बैग में रख दिया.
थोड़ी देर में जब मृतक लड़की के घरवाले घर का दरवाजा खुला छोड़कर बच्ची को खोजन के लिए निकल गए तो आरोपी उनके घर में घुसकर बाथरूम के ऊपर डेड बॉडी रख दी और बच्ची को खोजने का बहाना करने लगा. आरोपी मृतका के पिता के साथ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाने भी आया था, ताकि किसी को कुछ भी शक न हो.
पुलिस के अनुसार, पीड़िता बच्ची अक्सर आरोपी के तीन बेटों के साथ खेलती थी. जब भी बच्चे आपस में लड़ते थे, उनकी मां के बीच मौखिक बहस हो जाती थी. आरोपी ने इन बहसों को खत्म करने का मन बनाया था. इसके अलावा, आरोपी ने हाल ही में एक ऑनलाइन खेल में 42,000 रुपये गंवाए थे और उसने यह पैसे पीड़िता के पिता से वसूलने की योजना बनाई थी. डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (जोन II) प्रशांत मोहिते ने कहा, ‘आरोपी ने सोचा कि यह घटनाक्रम उसके लिए पैसे वसूलने का एक मौका बन सकता है.’
बाथरूम में बंद बच्ची की लाश
शव को रात के समय घर के बाथरूम के लॉफ्ट में एक रेक्सीन बैग में रखा हुआ पाया गया. पीड़िता अपने माता-पिता और आठ साल के बड़े भाई के साथ देविचा पाड़ा स्थित मौली कृपा बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर रहती थी. मंगलवार दोपहर, वह बालकनी में खेल रही थी.
पीड़िता के पिता अमरीश, जो खारघर में काम करने गए थे उन्होंने 1 बजे अपनी पत्नी से फोन पर जानकारी प्राप्त की कि उनकी बेटी लापता हो गई है. इसके बाद परिवार ने आस-पास तलाश की, लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला, जिसके बाद पुलिस स्टेशन में अपहरण की शिकायत दर्ज की गई.
आरोपी ने कैसे अंजाम दिया अपराध?
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह बच्चों को चॉकलेट खरीदने भेजने के बहाने नीचे भेज दिया और अपनी पत्नी को बाथरूम में भेज दिया. इसके बाद उसने बच्ची को उठाया और मौका पाकर उसे जूते के फीते से गला घोंटकर बैग में डाल दिया. चूंकि पुलिस अपहरण की जांच के लिए उनके भवन में मौजूद थी, आरोपी के पास शव को हटाने का समय नहीं था. जब परिवार सदस्य घर से बाहर गए थे, तब उसने बैग को बाथरूम के लॉफ्ट में छिपा दिया.
नवी मुंबई पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहनता से जांच जारी है. इस घटना ने न केवल पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कभी-कभी करीबी रिश्ते भी खतरनाक साबित हो सकते हैं.