कांग्रेस ने भगवान परशुराम से की औरंगजेब की तुलना

Aurangzeb Row: मध्य प्रदेश में भी औरंगजेब को लेकर विवाद हो गया है. यहां कांग्रेस की एक नेता ने औरंगजेब का जिक्र कर फेसबुक पोस्ट पर भगवान परशुराम को लेकर आपत्तिजनक बात लिख दी है.
Aurangzeb Controversy: जबलपुर की सियासत में औरंगजेब की एंट्री हो गई है. जबलपुर महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने भगवान परशुराम की तुलना औरंगजेब से कर दी. कांग्रेस नेत्री की फेसबुक पोस्ट से बवाल मच गया है. ब्राह्मण समाज ने इसका विरोध जताया जबकि मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि यह अक्षम्य अपराध है.
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, ”परशुराम भगवान के अवतार हैं उनकी औरंगजेब से तुलना करना अक्षम्य अपराध है, कांग्रेस ऐसी नेता को पार्टी से बाहर निकले. नहीं तो यह साबित होगा कि यही उनकी विचारधारा है.”
इस फेसबुक पोस्ट पर हुआ था बवाल
फेसबुक पोस्ट के माध्यम से महिला कांग्रेस की पूर्व नगर अध्यक्ष रेखा जैन ने भगवान परशुराम पर की टिप्पणी. दरअसल, कांग्रेस नेत्री रेखा जैन ने कथाकार मणिका मोहिनी के फेसबुक पोस्ट को शेयर किया था. फेसबुक पोस्ट में लिखा औरंगजेब ने अपने भाई का सिर काटकर पिता को किया भेंट तो भगवान परशुराम ने अपनी मां का सिर काटकर अर्पित किया.
पोस्ट में लिखा गया, “औरंगजेब को कोई भी मुसलमान उसे आदर्श नहीं मानता और संतान का नाम औरंगजेब नहीं रखता.लेकिन हिंदुत्व के ठेकेदार परशुराम जैसे चरित्र को आदर्श मानकर परशुराम का मंदिर तक बनवाते हैं”. बता दें कि इन दिनों महाराष्ट्र में औरंगजेब का विवाद गहराया हुआ है. बजरंग दल और वीएचपी औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग कर रही है. दोनों संगठनों ने महाराष्ट्र सरकार से इसको लेकर निवेदन भी किया है.
फेसबुक पोस्ट में लिखा गया कि औरंगजेब ने अपने भाई का सिर काटकर अपने पिता को भेंट किया था, वहीं परशुराम ने अपनी माता का सिर काटकर अपने पिता को भेंट किया था. मेरी समझ से विवेकहीन और वहशी दरिंदे दोनों ही जगह हैं, लेकिन हिंदुत्व की बीमारी ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि परशुराम का अवतार तथा धर्म का प्रतीक मानने वाले केवल ब्राह्मण ही नहीं, बल्कि हिंदुओं के भी अगुआ हैं.
इस पोस्ट के वायरल होने के बाद जबलपुर समेत कई अन्य स्थानों पर हिंदूवादी संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया. विरोध बढ़ता देख रेखा जैन ने विवादित पोस्ट को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से डिलीट कर दिया.
