फार्मासिस्टों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा- शशिभूषण सिंह

फार्मासिस्टों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा- शशिभूषण सिंह
उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की पोल खुलने लगी है कुछ दिनों पहले एक औषधि निरीक्षक रिश्वत लेते पकड़ी गई थी और अब असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर (DLA ) मनुशंकर रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गये है .
शशिभूषण सिंह ने कहा है मनुशंकर के खिलाफ अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन संगठन ने बहुत लम्बी लड़ाई लड़ी थी भूख हड़ताल धरना प्रदर्शन तत्कालीन गोंडा जिलाधिकारी महोदय के यहां भी मुझे बुलाया गया था मामला मनुशंकर के रिश्वत लेकर ड्रग लाइसेंस जारी करने का था जिसके खिलाफ फार्मासिस्ट हित मे संगठन द्वारा इनका विरोध किया गया था तब तो ये लंबी छुट्टी ( मेडीकल लीब) लेकर भाग गये थे.
लेकिन अब रंगे हाथों पकड़े गये है,इनकी कार्यशैली बहुत पहले से ही संदिग्ध रही है फार्मासिस्ट से ड्रग लाइसेंस के एवज में रिश्वत की इनकी मांग के खिलाफ अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन संगठन ने कई बार आंदोलनरत रहा है , कुछ अधिकारी ड्रग लाइसेंस बनाने के नाम फार्मासिस्टों के आवेदन में जानबूझकर कमियाँ बताते जिससे फार्मासिस्ट से रिश्वतखोरी की जाये।
ड्रग लाइसेंस आवेदन ओनलाइन किया जाता है लेकिन कार्यालय से स्वीकृति लेने में काफी मशक्कत करनी पडती है।
उत्तर प्रदेश मे रिश्वत लेकर ड्रग लाइसेंस जारी करने वाले अधिकारियो की लिस्ट मे अभी और भी बहुत से नाम है जिनपर कार्यवाही होनी बाकी है अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन लगातार ऐसे भ्रष्ट और रिस्वतखोर DI और DLA के खिलाफ लड़ाई लडता रहा है ।
ड्रग लाइसेंस के नाम पर फार्मासिस्ट का शोषण कतई बर्दास्त नहीं किया जाएगा l
स्रोत ABPA