प्रयागराज:चिकित्सक एक से अधिक संस्थानों में काम नहीं कर पाएगा;बोर्ड लगाना अनिवार्य:Dr Ashu Pandey CMO

CMO Office Prayagraj
Photo Credit Rakesh Pandey

प्रयागराज में अब कोई भी चिकित्सक एक से अधिक संस्थानों में काम नहीं कर पाएगा नए नियम के अनुसार सभी चिकित्सालियों के गेट पर साइन बोर्ड लगाकर की अपने यहां कार्यरत डॉक्टर सहित अन्य स्टाफ की जानकारी देनी होगी.(CMO Dr Ashu Pandey)

Dr Ashu Pandey CMO Prayagraj ने कहा है की इस निर्देश को जल्द से जल्द तमिल में लाना अनिवार्य होगा .ऐसे में उन चिकित्सकों को ज्यादा परेशानी होने वाली है जो सरकारी वेतन के अलावा प्राइवेट अस्पताल खोल करके दोहरा मजा लूट रहे हैं.

शासन की तरफ से हाल ही में प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी करके प्राइवेट अस्पतालों में साइन बोर्ड लगाने का निर्देश जारी किया गया है. वहीं सीएमओ की तरफ से यह पत्र सभी निजी की चिकित्सालियों के संचालकों को भेज दिया गया है.

इस नियम के अनुसार जनपद के सभी चिकित्सालियों जिसमें 50 से अधिक बेड है उनका पंजीकरण नेशनल क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट पोर्टल पर, और 50 Bed से कम है तो उनका पंजीकरण जनहित गारंटी योजना पोर्टल पर है ,उन्हें अस्पताल संबंधी सारी जानकारी पीले साइन बोर्ड पर अंकित करके अस्पताल के गेट पर लगानी होगी .

इस तरह से जितने भी चिकित्सक अस्पताल में कार्यरत हैं ,और जो स्टाफ है उनकी भी जानकारी आम जनता को और जांच करने वाले अधिकारियों को हो जाएगी .

जिन लोगों ने पोर्टल पर अपना पंजीकरण नहीं कराया है और अवैध रूप से अस्पताल चला रहे हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी इसकी जानकारी डिप्टी सीएमओ डॉक्टर तीर्थराज ने दी है .

और आपको बता दें कि प्रयागराज में डॉक्टर तीर्थराज ने कई ऐसी अवैध क्लिनिक और संस्थाओं को बंद कराया है और कमियां पाए जाने पर नोटिस भी जारी किया है .

CMO Dr Ashu Pandey :सभी अस्पताल पीले रंग के बोर्ड में जानकारी गेट के बाहर लिखे

प्रयागराज के सख्त प्रशासन के कारण और इस तरह की सूचना के बाद अस्पताल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है .वहीं पर जो सरकारी डॉक्टर जाकर के प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करते थे, अगर उनका नाम बाहर बोर्ड पर लिख दिया जाएगा तो उनको इनकम टैक्स की परेशानी झेलनी पड़ सकती है .

और उनके ऊपर आए से अधिक संपत्ति का केस भी दर्ज हो सकता है .इस तरह से उनको दोहरे लाभ का लाभ उठाना बहुत ही मुश्किल पड़ने वाला है .

यहां तक की आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व मंत्री राकेशधार त्रिपाठी को 3 वर्ष का कारावास भी हो चुका है .इसलिए जो डॉक्टर दोहरा मजा लूट रहे हैं वह सतर्क हो जाए और खबर मिलने पर अपना नाम पीले बोर्ड पर लिखवाने से बचे .

वहीं CMO डॉक्टर आशु पांडे ने कहा है कि ऐसा शाशनादेश आया है जिसकी जानकारी उन्होंने सभी अस्पताल संचालकों को दे दी है, और इस नियम का सख्ती से पालन कराया जाएगा.

Dr Ashu Pandey
Photo Credit Rakesh Pandey

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Prayagraj News: संगम नगरी में माघ मेले के लिए जमीन आवंटन का काम शुरू, सात करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद

Prayagraj Magh Mela: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले माघ मेले के लिए जमीन आवंटन का काम शुरू हो गया है. मेले में सुविधा पर्चियों के लिए पहचानयुक्त फोटो और आधार कार्ड जरूरी होगा.

Prayagraj Magh Mela News: संगम नगरी प्रयागराज में 14 जनवरी से माघ मेले की शुरुआत हो रही है. इस बार के माघ मेले में भी तमाम शंकराचार्य और साधु संतों के साथ ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु कल्पवास करेंगे. तकरीबन पचास दिनों तक चलने वाले आस्था के इस सबसे बड़े मेले में इस बार सात करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. मेला क्षेत्र में संत महात्माओं के शिविरों के लिए जमीन आवंटन का काम आज से शुरू कर दिया गया है. 

आज पहले दिन दंडी संप्रदाय से जुड़े संन्यासियों को जमीन आवंटित की गई. पहले दिन का भूमि आवंटन शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हुआ. माघ मेले के प्रभारी अधिकारी दयानंद प्रसाद के मुताबिक जमीन आवंटन का काम परंपरा के मुताबिक किया जा रहा है. जमीन आवंटन का काम तीन जनवरी तक चलेगा. कल 22 दिसंबर को भी दंडी संन्यासियों को ही जमीन दी जाएगी. 

माघ मेले में जमीन आवंटन

इसके अलावा 23 व 24 दिसंबर को खाक चौक के संतों को जमीन दी जाएगी. 26 व 27 दिसंबर को आचार्य बाड़ा को जमीन आवंटित की जाएगी. 28 दिसंबर को संगम लोवर मार्ग, संगम अपर मार्ग एवं सरस्वती मार्ग और महावीर जी मार्ग पर लगने वाली संस्थाओं को भूमि आवंटन की जाएगी. 29 दिसंबर को अन्नपूर्णा मार्ग व 30 दिसंबर को तुलसी मार्ग एवं जीटी रोड़ पर लगने वाली संस्थाओं को जमीन दी जाएगी. 

किस दिन किसे किया जाएगा भूमि आवंटन

वहीं 31 दिसंबर को त्रिवेणी मार्ग, एक जनवरी को रामानुज मार्ग पर भूमि आवंटन किया जाएगा. 2 जनवरी को काली मार्ग, गंगोली शिवाला मार्ग, सेक्टर-1 एवं 2, परेड, शास्त्री गाटा, कबीर नगर पर भूमि आवंटन किया जाएगा. 3 जनवरी को समुद्रकूप मार्ग एवं इण्टरलाॅकिंग मार्ग, हरिश्चन्द्र मार्ग, अरैल, समयामाई मार्ग, सूरदास मार्ग, गाटा मार्ग एवं अन्य संस्थाओं के लिए भूमि का आवंटन किया जायेगा. 

सुविधा पर्चियों के लिए ये दस्तावेज जरूरी

माघ मेले से जुड़े अफसरों के मुताबिक सुविधा पर्चियों के लिए पहचानयुक्त फोटो एवं आधार कार्ड जरूरी होगा. ये भी कहा गया है कि जिन संस्थाओं द्वारा पिछले किसी मेलों में टिन, टेण्टेज, फर्नीचर की सुविधायें प्राप्त कर वापस नहीं की गयी हैं, उन्हें इस साल किसी भी प्रकार की भूमि एवं सुविधा नहीं दी जाएगी. दंडी संन्यासियों की संस्था के संरक्षक स्वामी महेशाश्रम जी महाराज के मुताबिक सीएम योगी ने इस बार के माघ मेले को कुंभ के रिहर्सल के तौर पर आयोजित करने का जो फैसला लिया है, वह सराहनीय है. 

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