स्पा सेंटर की आड़ में कुछ और खेल
प्रयागराज के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ताशकंद मार्ग पर बने बुद्धा स्पा सेंटर में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा जहां से संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति को आपत्तिजनक स्थिति और सामान के साथ तीन लड़कियों के साथ गिरफ्तार किया गया .
इस विषय पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ मुकदमा दायर किया है।
बताया जा रहा है कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के जेके पैलेस होटल के पास बुद्ध स्पा सेंटर नाम का एक स्पा सेंटर चलता था, जिस पर मय मुखबिर की सूचना के आधार पर.
देह व्यापार के संदेह में सिविल लाइन क्षेत्राधिकारी एवं कई थानों की फोर्स मिलकर छापा मारा इस दौरान मध्य प्रदेश की रहने वाली 3 महिलाओं के साथ बिहार के रहने वाले एक युवक को आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया गया.
तलाशी के दौरान कमरे में कई आपत्तिजनक वस्तुएं प्राप्त हुई जिसके बाद पुलिस ने स्पा सेंटर के मैनेजर तीनों लड़कियों को थाने ले आई स्पा सेंटर संबंधित लाइसेंस मांगे जाने पर मैनेजर ने वह देने से असमर्थता जताई।
इस विषय पर जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन ने बताया कि छापेमारी के दौरान स्पा सेंटर के एक कमरे में एक व्यक्ति और युवती को अश्लील एवं आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया गया है तथा कमरे से कई आपत्तिजनक वस्तुएं प्राप्त हुई है.
स्पा सेंटर का मालिक लखनऊ में है और जल्द ही इस विषय और कार्रवाई करते हुए मामले की जांच की जाएगी, और इससे संबंधित अन्य दोषी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
प्रयागराज के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ताशकंद मार्ग पर बने बुद्धा स्पा सेंटर में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा जहां से संदिग्ध परिस्थितियों में एक व्यक्ति को.
आपत्तिजनक स्थिति और सामान के साथ तीन लड़कियों के साथ गिरफ्तार किया गया इस विषय पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ मुकदमा दायर किया है।
बताया जा रहा है कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के जेके पैलेस होटल के पास बुद्ध स्पा सेंटर नाम का एक स्पा सेंटर चलता था, जिस पर मय मुखबिर की सूचना के आधार पर देह व्यापार के संदेह में सिविल लाइन क्षेत्राधिकारी एवं कई थानों की फोर्स मिलकर छापा मारा.
इस दौरान मध्य प्रदेश की रहने वाली 3 महिलाओं के साथ बिहार के रहने वाले एक युवक को आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया गया तलाशी के दौरान कमरे में कई आपत्तिजनक वस्तुएं प्राप्त हुई.
जिसके बाद पुलिस ने स्पा सेंटर के मैनेजर तीनों लड़कियों को थाने ले आई स्पा सेंटर संबंधित लाइसेंस मांगे जाने पर मैनेजर ने वह देने से असमर्थता जताई।
इस विषय पर जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन ने बताया कि छापेमारी के दौरान स्पा सेंटर के एक कमरे में एक व्यक्ति और युवती को अश्लील एवं आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया गया है तथा कमरे से कई आपत्तिजनक वस्तुएं प्राप्त हुई है.
स्पा सेंटर का मालिक लखनऊ में है और जल्द ही इस विषय और कार्रवाई करते हुए मामले की जांच की जाएगी, और इससे संबंधित अन्य दोषी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
सिविल लाइंस में ताशकंद मार्ग के पास सेक्स रैकेट चलने की सूचना पर पुलिस ने स्पा सेंटर में छापा मारा। यहां तीन युवतियों के अलावा एक युवक पकड़ा गया। मौके से 30 हजार नगदी भी बरामद हुई। पुलिस तीनों युवतियों के साथ मैनेजर को भी हिरासत में लेकर थाने ले गई। जहां उनसे घंटों पूछताछ चलती रही। फिलहाल देर रात तक कोई लिखापढ़ी नहीं हुई थी।
सिविल लाइंस में जेके पैलेस होटल के पास एक स्पा सेंटर चलता है। स्पा की आड़ में सेक्स रैकेट चलने की सूचना पर शनिवार शाम सीओ सिविल लाइंस के नेतृत्व में पुलिस ने यहां छापा मारा।
इस दौरान मध्य प्रदेश की दो समेत तीन युवतियां, बिहार निवासी एक युवक मिला। पूछताछ की गई तो मैनेजर ने युवतियों को कर्मचारी और युवक को ग्राहक बताया, लेकिन वह स्पा सेंटर से संबंधित लाइसेंस नहीं दिखा पाया। जिसके बाद चारों को थाने ले जाया गया।
मौके से भारी मात्रा में नगदी भी मिली। इस दौरान 500 के 54 नोट, 200 के 14 और 50 के पांच नोट यानी कुल 30 हजार रुपये बरामद हुए। पूछताछ के दौरान पुलिस ने फोन पर मालिक से संपर्क किया तो पता चला कि वह लखनऊ में है।
हालांकि देर रात तक स्पा का लाइसेंस पुलिस के सामने पेश नहीं किया गया था। एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि युवतियों को वन स्टॉप सेंटर भेजवा दिया गया है। मैनेजर समेत दो लोगों से पूछताछ की जा रही है।
तो क्या गलत सूचना पर मारा छापा?
पुलिस की ओर से भले ही स्पा सेंटर में छापेमारी कर वहां मौजूद लोगों को हिरासत में ले लिया गया, लेकिन कार्रवाई को लेकर पशोपेश की स्थिति रही। दरअसल स्पा सेंटर से कोई भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ।
बरामद नगदी के बारे में मैनेजर का कहना है कि वह ग्राहकों की ओर से दिए गए पैसे हैं। युवतियों को कर्मचारी बताया गया और उनकी ओर से भी किसी तरह की शिकायत नहीं दर्ज कराई गई। ऐसे में यह भी सवाल उठा कि क्या पुलिस ने गलत सूचना पर छापेमारी की?