Prayagraj News : Paraganglioma से पीड़ित तीन मरीजों की एसआरएन हॉस्पिटल में सर्जरी ,सफल
Paraganglioma पैरागैन्ग्लिओमा कोशिकाओं की एक असामान्य वृद्धि है जो पूरे शरीर में पाए जाने वाले एक विशिष्ट प्रकार की तंत्रिका कोशिका से बनती है। ये विशिष्ट तंत्रिका कोशिकाएं (क्रोमैफिन कोशिकाएं) रक्तचाप को नियंत्रित करने सहित शरीर में महत्वपूर्ण कार्य करती हैं।
Paraganglioma बीमारी अक्सर पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले लोगों में पाई जाती है। क्योंकि जमीन की सतह से ऊपर होने के कारण ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, जिसके कारण गले में ऑक्सीजन के सेंसर की साइज बढ़ने लगती है। कभी-कभी यह ट्यूमर बना देती है।
Paraganglioma Surgery:स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल (एसआरएन) में पैरागैंगलियोमा नामक बीमारी से ग्रसित तीन मरीजों की सफल सर्जरी हुई। इन तीनों मरीजों के गले में दिमाग की मुख्य धमनी कैरोटिड आर्टरी और इंटरनल कैरोटिड आर्टरी पूरी तरह से ट्यूमर से घिरी हुई थी।
मरीज तीसरी स्टेज में पहुंच गए थे। सर्जरी के दस दिनों बाद मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। चिकित्सकों की मानें तो यह अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
पैरागैंगलियोमा बीमारी अक्सर पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले लोगों में पाई जाती है। क्योंकि जमीन की सतह से ऊपर होने के कारण ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, जिसके कारण गले में ऑक्सीजन के सेंसर की साइज बढ़ने लगती है। कभी-कभी यह ट्यूमर बना देती है।
मैदानी क्षेत्र में एक लाख में चार से पांच लोग इस कैंसर से ग्रसित पाए जाते हैं। इसका समय पर इलाज न होने से दिमाग की नसें ब्लॉक हो जाती हैं और इंसान की मृत्यु का खतरा रहता है। एसआरएन के सीनियर रेजिडेंट डॉ. राजुल अभिषेक व डॉ. आशीष पांडेय की टीम ने यह सफल सर्जरी की। प्रत्येक सर्जरी में पांच घंटे से अधिक का समय लगा। तीनों मरीज मेजा, कौशांबी और मीरापुर इलाके के रहने वाले हैं।
Paraganglioma ग्रसित मरीजों के बारे में जाने
केस नंबर 1- मेजा निवासी 60 वर्षीय वृद्धा के गले में दो साल से ट्यूमर था, जो बढ़ रहा था। महिला आयुष्मान लाभार्थी भी थीं। इनकी सर्जरी 15 नवंबर को हुई। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।
केस नंबर 2- मीरापुर निवासी वृद्ध (65) के गले में कैरोटिड बॉडी ट्यूमर था और इंटरनल कैरोटिड आर्टरी को पूरी तरह से घेर लिया था। 17 नवंबर को इनकी सर्जरी की गई और दस दिनों बाद इन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
केस नंबर 3- कौशांबी निवासी 32 वर्षीय महिला को कैरोटिड बॉडी ट्यूमर था। जांच के दौरान पता चला कि इनका ट्यूमर तीसरी स्टेज पर पहुंच गया। ऐसे में सर्जरी करना कठिन था। मगर चिकित्सकों ने मरीज के साथ मिलकर रिस्क लिया। 20 नवंबर को हुई सर्जरी के बाद महिला पूरी तरह से स्वस्थ है।
यह एक कठिन सर्जरी थी, जिसमें तीनों मरीज स्टेज थ्री में पहुंच चुके थे। इस सर्जरी के लिए विशेष प्रकार की योजना बनाई गई। अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हैं। – डॉ. राजुल अभिषेक, सीनियर रेजिडेंट, कैंसर विभाग, एसआरएन।
इस प्रकार की गंभीर बीमारियों का इलाज एसआरएन में कुशल चिकित्सकों के द्वारा सफलतापूर्वक हो रहा है। हम आधुनिक तरीकों से इलाज कर रहे हैं। – डॉ. एसपी सिंह, प्राचार्य, मोतिलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज.
क्या कहते है डॉ अमन आदित्य पांडेय पैरागैन्ग्लिओमा के बारे में
डॉ अमन आदित्य पांडेय कहते है पैरागैन्ग्लिओमा कोशिकाओं की एक असामान्य वृद्धि है जो पूरे शरीर में पाई जाने वाली एक विशिष्ट प्रकार की तंत्रिका कोशिका से बनती है। ये विशिष्ट तंत्रिका कोशिकाएं (क्रोमैफिन कोशिकाएं) रक्तचाप को नियंत्रित करने सहित शरीर में महत्वपूर्ण कार्य करती हैं।
जब क्रोमैफिन कोशिकाएं असामान्य हो जाती हैं तो वे वृद्धि (ट्यूमर) बना सकती हैं। जब ट्यूमर अधिवृक्क ग्रंथियों में होता है तो उन्हें फियोक्रोमोसाइटोमा कहा जाता है। जब ट्यूमर शरीर में कहीं और होते हैं तो उन्हें पैरागैन्ग्लिओमास कहा जाता है।
पैरागैंग्लिओमास आमतौर पर गैर-कैंसरयुक्त (सौम्य) होते हैं। लेकिन कुछ पैरागैन्ग्लिओमा कैंसरग्रस्त (घातक) हो सकते हैं और शरीर के अन्य भागों में फैल सकते हैं (मेटास्टेसिस)।
पैरागैंग्लिओमास दुर्लभ ट्यूमर हैं। वे किसी भी उम्र में हो सकते हैं, लेकिन उनका निदान अक्सर 30 से 50 वर्ष के बीच के वयस्कों में होता है। अधिकांश पैरागैन्ग्लिओमा का कोई ज्ञात कारण नहीं होता है, लेकिन कुछ जीन उत्परिवर्तन के कारण होते हैं जो माता-पिता से बच्चों में पारित हो जाते हैं।
कैटेकोलामाइन हार्मोन का स्राव
पैरागैंग्लिओमा कोशिकाएं आमतौर पर कैटेकोलामाइन नामक हार्मोन का स्राव करती हैं, जिसमें एड्रेनालाईन भी शामिल है, जो लड़ाई-या-उड़ान हार्मोन है। इससे उच्च रक्तचाप, तेज़ दिल की धड़कन, पसीना आना, सिरदर्द और कंपकंपी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
पैरागैन्ग्लिओमा उपचार में अक्सर ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी शामिल होती है। यदि पैरागैन्ग्लिओमा कैंसर है या शरीर के अन्य क्षेत्रों में फैलता है, तो अतिरिक्त उपचार पर विचार किया जा सकता है।
पैरागैंग्लिओमास दुर्लभ हैं, और कई डॉक्टरों ने इस निदान वाले व्यक्ति की देखभाल शायद ही कभी की हो। अपने डॉक्टर से पैरागैन्ग्लिओमा के उपचार के अनुभव के बारे में पूछें। यदि आप इस दुर्लभ स्थिति के बारे में अपने डॉक्टर के अनुभव के बारे में असहज महसूस करते हैं, तो ऐसे डॉक्टर से दूसरी राय लेने पर विचार करें जो पैरागैन्ग्लिओमास और अन्य न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर वाले लोगों की देखभाल करने में माहिर हो।
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