निर्भया द्विवेदी (Name Changed) के साथ अर्जुन यादव द्वारा दुष्कर्म के बाद संदिग्ध मौत-बेटी का आरोप
Kanpur निर्भया द्विवेदी (Name Changed)के साथ अर्जुन यादव द्वारा दुष्कर्म के बाद संदिग्ध मौत. बेटी ने अर्जुन यादव, रोहित यादव और रिंकू यादव पर पर लगाया दुष्कर्म और हत्या का आरोप. लड़की ने बताया कि उसकी मां के प्राइवेट पार्ट पर भी चाकू से वार किया गया,
उसकी 12 से ज्यादा हड्डियां टूटी हुई मिलीं. महिला शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था.दीवार को देखें जहाँ खून के कई धब्बे देखे जा सकते हैं. दिल दहला देने वाला मामला कानपुर का.
कानपुर में काकादेव मंडी में ब्राह्मण महिला की मौत और पुलिसिया कहानी में झोल ही झोल
पहले आपको बताते हैं कि पुलिस की कहानी क्या है.
पुलिस ने कहा है की काकादेव में गर्ल्स हॉस्टल में वार्डन की मौत के मामले में पुलिस की थ्योरी बेहद लचर और उलझन भरी नजर आ रही है, कभी पुलिस कहती है कि महिला की हालत अधिक शराब पीने से बिगड़ी ,वही कभी कह रही है कि महिला को पहले से ही ब्लीडिंग की समस्या थी और पहले भी उसकी एक बार ऐसी हालत हो गई थी .
वहीं काकादेव थाना प्रभारी मानवेंद्र सिंह का कहना है कि पहले परिजनों ने घर पर ही इलाज कराया था, तभी उसकी ऐसी हालत हुई थी ,सोमवार को भी उसकी तबीयत बिगड़ी और उलझन में महिला अपने कपड़े उतार कर कूलर के सामने लेट गई .
वहीं पुलिस अफसर मान रहे हैं कि नशे की वजह से वह अस्पताल नहीं जा सकी,इसलिए कमरे में ही कपड़े उतार कर बिस्तर पर लेट गई.
यानी पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि महिला नशे की आदि थी वह खुद ही अपने कपड़े उतार कर बिस्तर पर लेट गई. उसको बिल्डिंग की समस्या थी .
चलिए अब आपको बताते हैं कि पुलिस की कहानी में झोल का काम .पुलिस का कहना है कि महिला की हालत शराब पीने से बिगड़ी. लेकिन हॉस्टल मालिक के अनुसार ढाई साल से महिला हॉस्टल में रह रही थी और मालिक अक्सर मिलने आता था .लेकिन उसने कभी उसे नशे में नहीं पाया .
मृतका की बच्चों और हॉस्टल के लोगों ने भी महिला की शराब पीने से बात से इनकार किया है और मजे की बात है कि जो महिला थी वह ब्राह्मण वर्ण की थी ब्राह्मण की महिलाएं शराब नहीं पीती है सर्वविदित तथ्य है तो पुलिस की कहानी में है बहुत बड़ा झोल.
पुलिस की कहानी में दूसरा झोल कोई महिला कितनी भी बीमार हो लेकिन गैर मर्द के सामने कपड़े कैसे उतार सकती है .
पुलिसिया कहानी का झोल नंबर 3 अंदर से बंद कमरे में टिफिन लाने ले जाने वाला युवक क्या कर रहा था .
पुलिस की कहानी का झोल नंबर चार महिला के साथ रहे युवक ने कुछ गलत नहीं किया था तो भाग क्यों.
पुलिस की कहानी का झोल नंबर 5 महिला की तबीयत बिगड़ने पर युवक उसे अस्पताल लेकर क्यों नहीं गया .
पुलिस की कहानी का झोल नंबर 6 बेटी और फार्मासिस्ट के दरवाजा खटखटाने पर दरवाजा खोलने में देरी क्यों की .
अंदर से कोई जवाब संतोषजनक नहीं दिया और पूछते हैं देरी दरवाजा खोलने क्यों की तो दरवाजा खुलते ही भाग क्यों गया .
कुल मिलाकर के पुलिस की कहानी और पुलिस के अफसर की के बर्ताव पर झोल ही झोल नजर आ रहा है .
तो क्या ब्राह्मण महिला को न्याय नहीं मिल पाएगा क्योंकि पुलिस पहले ही मान चुकी है कि महिला नशे की हालत में थी उसने अपने कपड़े खुद ही उतारे खुद ही लेट गई और खुद ही मर गई.
अब आते हैं पूरी बात पर कानपुर के काकादेव कोचिंग मंडी के निजी गर्ल्स हॉस्टल की तीसरी मंजिल पर रहने वाली वार्डन सोमवार शाम कमरे में लुहलुहान हालत में निर्वस्त्र मिली .
उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया ,जहां देर रात उसकी मौत हो गई पुलिस ने वारदात के वक्त कमरे में मौजूद वार्डन से टिफिन ले जाने वाली युवा को उसके पिता और भाई और उसके दोस्त में पांच लोगों को पूछताछ के लिए बहुत दबाव पड़ने पर लोगों का उठा लिया .
देर रात महिला के भाई की तहरीर पर और लोगो के दबाव तथा सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय की पैरवी पर पुलिस में टिफिन ले जाने वाले युवक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया, क्योंकि जनता का दबाव इतना तेज था कि पुलिस या थ्योरी फेल होती नजर आई और घबरा करके पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया.
और आपको बता दें की वार्डन की बेटी ने भी बताया है वार्डन की बेटी के अनुसार घटना के वक्त और दूध लेने गई हुई थी, पौने घंटे बाद जब लौटी तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था .
फिर दरवाजा खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खुलने पर उसने हॉस्टल में नीचे की मंजिल पर रहने वाली गोरखपुर की एक फार्मासिस्ट युवती को बुलाया दोनों दरवाजा खटखटाना लगी .इस बीच अंदर से मस्वानपुर निवासी युवक ने गेट खोला और भाग निकला .
बेटी के अनुसार माँ निर्वस्त्र हालत में चैट पड़ी हुई थी .बिस्तर पर खून ही खून फैला हुआ था. पास के दीवारों पर खून के छींटे थे .आरोपी की शर्ट और पैंट पर भी खून के निशान थे. मां के कपड़े कमरे में किनारे पड़े हुए थे.
भाई को घटना की जानकारी देने के बाद वह मां को निजी अस्पताल में ले गई जहां से उसे हैलट भेज दिया गया जहां देर रात उसे मृत्यु घोषित कर दिया गया .बेटी ने बताया कि मां की आंख के नीचे और चेहरे पर चोट के निशान थे. उसके प्राइवेट पार्ट से भी खून बह रहा था .
बेटी के अनुसार माँ हॉस्टल को देखने के साथ-साथ टिफिन भी बनाती थी .कमरे से निकलकर भागने वाला युवक घर से रोज 12 टिफिन सप्लाई के लिए ले जाता था. वही मृत्यु महिला की बेटी का कहना है कि उसकी मां की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई. मां की आंखें ,माथे ,गाल और गले पर पर चोट के निशान थे .गले पर भी चोट के निशान थे .जिससे लगता है की गला दबाया गया .
बेटी ने बताया कि आरोपी अपने भाई और दोस्त समेत चार लोगों के साथ घर आया था मां ने दिवाली की मिठाई खिलाई .उसके बाद युवक ने उसे दूध लेने भेज दिया. साथ गया आरोपी के दोस्त.दोस्त दुकान बंद होने पर वापस आ गए थे ,और फिर चले गए .
वह घर लौटी तो कमरे का दरवाजा बंद था दरवाजा खटखटाना पर अंदर से आरोपी बोला कि तुम्हारी मां सो रही है तबीयत ठीक नहीं है 10 मिनट रुक जाओ काफी देर बाद उसने दरवाजा खोला और मौके से भाग निकला.