Pratapgarh : प्रयागराज-अयोध्या हाईवे GST की पेशी से हड़बड़ाए कारोबारी की कार खड़े ट्रेलर में घुसी, हालत गंभीर
प्रतापगढ़ में प्रयागराज अयोध्या राजमार्ग पर कोहरौर थाना क्षेत्र की करिस्ता गांव के समीप मंगलवार की सुबह सुल्तानपुर के GST की पेशी से हड़बड़ाए कारोबारी की का खड़े ट्रेलर में पीछे से घुस गई .
Pratapgarh News :(Reliable Media)प्रयागराज-अयोध्या राजमार्ग पर GST की पेशी से हड़बड़ाए कारोबारी की कार कोहड़ौर थाना क्षेत्र के करिस्ता गांव के करीब मंगलवार की सुबह खड़े ट्रेलर में पीछे से घुस गई। हादसे में कार सवार महिला की मौत हो गई। कारोबारी पति व बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद प्रयागराज स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय (एसआरएन) रेफर कर दिया गया।
हादसे में उनकी पत्नी की मौत हो गई GST की पेशी से हड़बड़ाए कारोबारी और उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए .जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय रेफर कर दिया गया .
सुल्तानपुर जनपद की शाहगंज 163 मुरारी दास की गली निवासी मनीष बरनवाल जिनकी उम्र लगभग 49 वर्ष बताई जा रही है, मसाला के थोक कारोबारी है .
उनका बड़ा बेटा पुणे पुर में रहकर पढ़ाई करता है उसके पास जाने के लिए मनीष अपनी पत्नी विभा जिनकी उम्र एक लगभग 41 वर्ष बताई जा रही है, और Son अनिकेत जिसकी उम्र लगभग 17 वर्ष बताई जा रही है, को साथ लेकर कर से सोमवार को घर से निकले थे .
मंगलवार को वाराणसी से फ्लाइट पकड़नी थी शाम को सभी भदोही में अपने रिश्तेदार के घर रुक इस बीच उनके अधिवक्ता ने जीएसटी के एक मामले की सुनवाई की जानकारी देते हुए मंगलवार को अयोध्या पहुंचने के लिए कहा .
वह यात्रा कैंसिल कर मंगलवार भर में घर के लिए चल पड़े वरिष्ठ पेट्रोल पंप की करीब कर अनियंत्रित होकर की खड़े हुए ट्रेलर में घुस गई.
तेज आवाज होने पर आसपास के लोग और राहगीर दौड़कर पहुंची लोगों ने कर में फंसे घायलों को बाहर निकाला.
इतनी में पुलिस भी पहुंच गई जिसे लोगों की मदद से सभी को प्रतापगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा जहां विवाह जायसवाल की उपचार के दौरान मौत हो गई. घायल मनीष व बेटी अनिकेत को उपचार के लिए प्रयागराज रेफर कर लिया गया.
GST के कारण गई जान ?
वहीं लोगों ने कहा कि अगर जीएसटी की तारीख नहीं होती तो वह हड़बड़ी में नहीं जाते सुल्तानपुर उनकी जीएसटी की तारीख नहीं उनकी जान ले ली ऐसा लोगों में चर्चा का विषय बना रहा
वही जीएसटी के कारण वह अपने बेटे से ही नहीं मिल पाए और उनका धन भी गया और जान भी गई .
क्योंकि जीएसटी की तारीख बताने के तुरंत बाद वह हड़बड़ी में कर को चलते हुए तेज रफ्तार से सुल्तानपुर की ओर वापस लौट रहे थे, और जीएसटी के कारण बेटे से मिलने की हसरत भी उनकी अधूरी रह गई ,और उनकी पत्नी की मौत हो गई.
पुणे में रहकर पढ़ाई करने वाले बेटे आशी से मिलने की हसरत पहले उनकी मां विवाह काफी दिनों से मनीष पर दबाव बना रही थी .
परिवार के लोगों का कहना था कि उनकी जिद पर ही मनीष ने वाराणसी से फ्लाइट का टिकट करवाया था.
वही पुलिस की माने तो सोमवार की शाम घायल मनीष को जीएसटी के मुकदमे के सिलसिले में अयोध्या में पेशी की जानकारी हुई मुकदमा बहुत महत्वपूर्ण था, और संबंधित लोग ने बार-बार फोन करके पीसी पर पहुंचने के लिए कह रहे थे, इसी चिंता में हड़बड़ी में ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी जान चली गई.
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हादसे में कार सवार महिला की मौत हो गई। कारोबारी पति व बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद प्रयागराज स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय (एसआरएन) रेफर कर दिया गया।
प्रयागराज-अयोध्या राजमार्ग पर कोहड़ौर थाना क्षेत्र के करिस्ता गांव के करीब मंगलवार की सुबह खड़े ट्रेलर में पीछे से कार घुस गई। हादसे में कार सवार महिला की मौत हो गई। कारोबारी पति व बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद प्रयागराज स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय (एसआरएन) रेफर कर दिया गया।
सुल्तानपुर जनपद के शाहगंज 163 मुरारी दास की गली निवासी मनीष बरनवाल (49) मसाला का थोक कारोबारी हैं। उनका बड़ा बेटा आसी पुणे में पढ़ाई करता है।
उसके पास जाने के लिए मनीष अपनी पत्नी विभा (41) और बेटे अनिकेत (17) को साथ लेकर कार से सोमवार को घर से निकले थे। मंगलवार को वाराणसी से फ्लाइट पकड़नी थी। शाम को सभी भदोही रिश्तेदार के घर रुके। इस बीच उनके अधिवक्ता ने जीएसटी के एक मामले की सुनवाई की जानकारी देते हुए मंगलवार को अयोध्या पहुंचने के लिए कहा। वह यात्रा कैंसिल कर मंगलवार भोर में घर के लिए चल पडे।
करिस्ता पेट्रोल पंप के करीब कार अनियंत्रित होकर खड़े ट्रेलर में पीछे से घुस गई। तेज आवाज होने पर आसपास के लोगों के साथ ही राहगीर दौड़कर पहुंचे। लोगों ने कार में फंसे घायलों को बाहर निकाला। पुलिस लोगों की मदद से सभी को मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां विभा जायसवाल की उपचार के दौरान मौत हो गई। घायल मनीष व बेटे अनिकेत को उपचार के लिए प्रयागराज रेफर कर दिया।
बेटे से मिलने की हसरत रह गई अधूरी
पुणे में रहकर पढ़ाई करने वाले बेटे आसी से मिलने की हसरत पाले मां विभा काफी दिनों से मनीष पर दबाव बना रही थी। परिवार के लोगों का कहना था कि उसकी जिद पर ही मनीष ने वाराणसी से फ्लाइट का टिकट करवाया था। उन लोगों ने भदोही में रहने वाले रिश्तेदार के घर भी रुकने का कार्यक्रम बना लिया।
महत्वपूर्ण था मुकदमा
पुलिस के अनुसार सोमवार की शाम घायल मनीष को जीएसटी के मुकदमे के सिलसिले में अयोध्या में पेशी की जानकारी हुई। संबंधित लोग उसे बार-बार फोन कर पेशी पर पहुंचने के लिए कहते रहे।