उत्तराखंड सरकार द्वारा संचालित की जा रही डायलिसिस योजना से चमोली जिले के गुर्दे रोग से पीड़ित लोगों को अत्यधिक लाभ मिल रहा -डॉ.राजकेश पांडे सीएमओ चमोली
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के तहत सीमान्त जनपद चमोली के ट्रामा सेंटर कर्णप्रयाग में हंस फाउंडेशन के सहयोग से डायलिसिस सेंटर की स्थापना की गई है। दूरस्थ एवं विषम भौगोलिक परिस्थिति के जनपद होने के कारण पूर्व में आर्थिक रूप से कमजोर सुदूरवर्ती क्षेत्र के लोगों को अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करके देहरादून अथवा अन्य मैदानी शहरों में रोगियों को इलाज के लिये जाना पड़ता था।
अब उत्तराखंड सरकार द्वारा संचालित की जा रही इस लोक कल्याणकारी योजना से सीमांत जनपद चमोली जिले के गुर्दे रोग से पीड़ित लोगों को अत्यधिक लाभ मिल रहा है,जिसका सकारात्मक परिणाम जिले के किडनी के मरीजों को मिल रहा है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राजकेश पांडे ने बताया कि डायलिसिस केन्द्र में प्रति दिवस दो डायलिसिस सेशन प्रति मशीन के अनुसार अब तक 900 सेशन किए गये है।जिसमे 72 लोगों ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के अंतर्गत निःशुल्क डायलिसिस सुविधा का लाभ लिया है।
प्रभारी चिकित्साधिकारी डायलिसिस केंद्र करणप्रयाग डॉ गणपत लीमा ने बताया कि अस्पताल में इस समय डायलिसिस हेतु 03 मशीन लगाई गई है। मशीनों द्वारा लगभग 04 घंटे में डायलिसिस की प्रक्रिया पूरी होती है, मरीज के स्थिति अनुसार मरीज को माह में 08 से बारह बार तक डायलिसिस करवाना पड़ सकता हैं।
वर्तमान में डायलिसिस यूनिट में 15 एक्टिव मरीज पंजीकृत है, जो नियमित रूप से डायलिसिस करवाने आते है। वर्त्तमान में 02 तकनीशियन एवं एक वार्ड बॉय कार्यरत है,जो निरंतर सेवाएं दे रहे है। इस यूनिट में डायलिसिस के साथ-साथ मरीज को विशेष प्रकार के खान-पान के संबंध में भी शिक्षित किया जाता है।
डायलिसिस के लाभ ले रहे धारकोट चमोली निवासी दिलबर सिंह ने बताया कि पहले डायलिसिस के लिए देहरादून जाना पड़ता था, जो काफी खर्चीला और परेशानी भरा होता था,अब पास में ही सुविधा मिल जाती है। हफ्ते में 02 से 03 बार डायलिसिस के लिए आता हूं।
मंडल गोपेश्वर के विकास सिंह ने बताया कि लगभग 04 वर्ष पूर्व देहरादून में जांच के बाद डायलिसिस की सलाह दी गई थी। कुछ समय वहां निजी अस्पाल में अटलआयुष्मान योजना से निशुल्क डायलिसिस के बाद में कर्णप्रयाग ट्रामा सेंटर में डायलिसिस केंद्र के खुलने से अस्पताल में मिल रही सुविधा से उन्हें राहत मिल रही हैं.
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के बारे में लाभ लेने के लिए गांव-गांव में आशा कार्यकत्रियों एएनएम एवं सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियो के माध्यम से निरंतर जागरूक किया जा रहा है।
सीएमओ डॉ. राज केश पांडे ने कहा कि मेरीजो को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए, मरीज़ को परेशान होने पर ,उन्होंने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं .
उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाई जाएगी.