प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 वर्षीय क्रिकेट सनसनी वैभव सूर्यवंशी और उनके परिवार से की मुलाकात: एक प्रेरणादायक क्षण

पटना, 30 मई 2025: भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार की राजधानी पटना के जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डे पर 14 वर्षीय युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी और उनके परिवार से मुलाकात की। यह मुलाकात न केवल वैभव के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक क्षण बन गया, क्योंकि वैभव ने अपनी असाधारण प्रतिभा और मेहनत से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में इतिहास रच दिया है। इस मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं, और लोग इसे एक प्रेरणादायक पल के रूप में देख रहे हैं।

वैभव सूर्यवंशी: एक उभरता सितारा

वैभव सूर्यवंशी, बिहार के समस्तीपुर जिले के ताजपुर गांव के रहने वाले, ने मात्र 14 साल की उम्र में क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया है। आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए वैभव ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 28 अप्रैल 2025 को 38 गेंदों में 101 रनों की शानदार पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 11 छक्के और 7 चौके लगाए, और केवल 35 गेंदों में शतक पूरा किया, जो आईपीएल इतिहास में किसी भारतीय बल्लेबाज का दूसरा सबसे तेज शतक है। इसके साथ ही, वह आईपीएल में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी (14 साल 32 दिन) बन गए।

वैभव ने अपने डेब्यू मैच में भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। 19 अप्रैल 2025 को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में उन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर सभी को हैरान कर दिया। इस मैच में उन्होंने 20 गेंदों में 34 रन बनाए। पूरे सीजन में वैभव ने 7 मैचों में 252 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 206.56 और औसत 36 रहा। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल क्रिकेट प्रशंसकों, बल्कि दिग्गज क्रिकेटरों और विशेषज्ञों का भी ध्यान खींचा। ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर स्टीव वॉ ने वैभव को “शानदार खिलाड़ी” बताते हुए उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर से करने से इंकार किया, लेकिन उनकी प्रतिभा की जमकर सराहना की।

प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात: एक ऐतिहासिक क्षण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो अपने बिहार दौरे पर थे, ने पटना हवाई अड्डे पर वैभव और उनके परिवार से मुलाकात की। इस दौरान वैभव ने पारंपरिक भारतीय संस्कृति का पालन करते हुए प्रधानमंत्री के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। इस मुलाकात की तस्वीरें प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर साझा कीं, जिसमें उन्होंने लिखा, “पटना एयरपोर्ट पर युवा क्रिकेट सनसनी वैभव सूर्यवंशी और उनके परिवार से मुलाकात हुई। उनके क्रिकेट कौशल की पूरे देश में सराहना हो रही है! उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं।”

इस मुलाकात में वैभव के माता-पिता, विशेष रूप से उनके पिता संजीव सूर्यवंशी, भी मौजूद थे। संजीव, जो एक किसान हैं, ने वैभव के क्रिकेट करियर को समर्थन देने के लिए अपनी खेती की जमीन बेच दी थी, जब वैभव केवल 10 साल के थे। उनकी इस मेहनत और त्याग ने वैभव को इस मुकाम तक पहुंचाया। मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने वैभव के परिवार से आत्मीयता से बात की और उनके संघर्षों की सराहना की। उन्होंने वैभव को इंग्लैंड दौरे के लिए अंडर-19 भारतीय क्रिकेट टीम में चयनित होने पर भी बधाई दी।

सोशल मीडिया पर उत्साह

प्रधानमंत्री और वैभव की मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए। बीजेपी के आधिकारिक एक्स हैंडल ने इस मुलाकात को साझा करते हुए लिखा, “वर्तमान समय में वैभव अपने तेजतर्रार और अद्भुत क्रिकेट कौशल के कारण पूरे देश और दुनिया में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं।” कई अन्य यूजर्स ने वैभव को “भारत का अगला विराट कोहली” और “भविष्य का सितारा” करार दिया। एक यूजर ने लिखा, “14 साल की उम्र में जब लोग गली क्रिकेट खेलते हैं, वैभव सूर्यवंशी देश का नाम रोशन कर रहे हैं। यह मुलाकात उनके लिए एक अविस्मरणीय पल होगी।”

वैभव का प्रारंभिक जीवन और संघर्ष

वैभव सूर्यवंशी का जन्म 27 मार्च 2011 को समस्तीपुर के ताजपुर गांव में हुआ था। उन्होंने केवल 4 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था, और उनके पिता संजीव ने उनकी प्रतिभा को पहचानते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। 9 साल की उम्र में वैभव को क्रिकेट अकादमी में दाखिल कराया गया, जहां उन्होंने अपनी स्किल्स को और निखारा। वैभव के पिता ने उनके क्रिकेट करियर को समर्थन देने के लिए अपनी जमीन बेच दी थी, जो उनके परिवार के लिए एक बड़ा बलिदान था। वैभव ने एक इंटरव्यू में कहा, “मेरे पिता ने मेरे लिए सब कुछ किया। उनकी वजह से ही मैं आज यहां हूं।”

आईपीएल 2025 की नीलामी में वैभव को राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा था, जबकि उनका बेस प्राइस केवल 30 लाख रुपये था। इस नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच वैभव को लेने के लिए जबरदस्त होड़ देखी गई थी। राजस्थान रॉयल्स के लिए यह निवेश पूरी तरह से सार्थक साबित हुआ, क्योंकि वैभव ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया।

क्रिकेट जगत में वैभव की उपलब्धियां

वैभव की उपलब्धियां केवल आईपीएल तक सीमित नहीं हैं। उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंग्लैंड दौरे के लिए अंडर-19 टीम में चुना है, जो उनकी प्रतिभा का एक और प्रमाण है। इस टीम की कप्तानी आयुष म्हात्रे करेंगे, जो आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके हैं। वैभव ने घरेलू क्रिकेट में भी बिहार क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया है और अपनी बल्लेबाजी और स्पिन गेंदबाजी से प्रभावित किया है।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर स्टीव वॉ ने वैभव की तारीफ करते हुए कहा, “14 साल की उम्र में वह पूरी आजादी के साथ खेल रहा है। उसकी सबसे बड़ी चुनौती होगी कि वह इस आजादी को बनाए रखे और अपेक्षाओं के दबाव में न आए।” वॉ ने यह भी कहा कि वैभव को सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों से तुलना करने से बचना चाहिए, क्योंकि तेंदुलकर की प्रतिभा अद्वितीय थी।

प्रधानमंत्री का प्रेरणादायक नेतृत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कदम एक बार फिर उनके नेतृत्व और जनता से जुड़ने की उनकी क्षमता को दर्शाता है। वे अक्सर युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए समय निकालते हैं, चाहे वह खेल, शिक्षा, या अन्य क्षेत्रों में हो। उनकी यह मुलाकात न केवल वैभव के लिए, बल्कि देश के अन्य युवाओं के लिए भी एक प्रेरणा है कि मेहनत और लगन से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है।

मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल में भी युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने पर जोर दिया है। 9 जून 2024 को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, उन्होंने कई योजनाओं और पहलों को लागू किया है, जो युवाओं को प्रोत्साहित करने और उनके कौशल को निखारने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।

वैभव का भविष्य

वैभव सूर्यवंशी का भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है। उनकी प्रतिभा, मेहनत, और परिवार का समर्थन उन्हें क्रिकेट की दुनिया में एक बड़ा नाम बनाने की ओर ले जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैभव अपनी वर्तमान फॉर्म और मानसिक मजबूती को बनाए रखते हैं, तो वे भारतीय क्रिकेट के अगले सुपरस्टार बन सकते हैं। सोशल मीडिया पर प्रशंसक उन्हें “अगला विराट कोहली” कहकर पुकार रहे हैं, लेकिन वैभव का कहना है कि वह अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वैभव सूर्यवंशी की यह मुलाकात न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह भारत के युवाओं के लिए एक संदेश है कि कड़ी मेहनत और समर्पण से कोई भी अपने सपनों को हकीकत में बदल सकता है। वैभव की कहानी छोटे शहरों और गांवों के उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। इस मुलाकात ने न केवल वैभव का हौसला बढ़ाया, बल्कि पूरे देश को यह दिखाया कि भारत का भविष्य उज्ज्वल और प्रतिभाशाली हाथों में है।

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