धीरे-धीरे हर्ड इम्यूनिटी की तरफ बढ़ रहा भारत, अभी और कम होंगे कोरोना के मामले
नई दिल्ली –
देश में कोरोना के मामलों की स्थिति को लेकर एम्स (AIIMS) कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ संजय राय का कहना है कि देश हर्ड इम्यूनिटी की तरफ धीरे-धीरे बढ़ रहा है। संक्रमण के अधिक फैलने की वजह से अब कोरोना के मामलों में ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिल रहा है।
आने वाले समय में कोरोना के मामलों में और कमी भी देखने को मिल सकती है। डॉ. जुगल किशोर भी कोरोना मामलों में कमी को लोगों के शरीर में पहले से मौजूद कोरोना की एंटीबॉडी से जोड़कर देखते हैं।
डॉ. राय के मुताबिक जिन राज्यों में कुछ समय पहले कोरोना के मामले काफी बढ़े हुए आ रहे थे उनमें संक्रमण अब घटने लगा। साथ ही जब देश में कोरोना की दूसरी लहर दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में कहर बरपा रही थी तो कुछ राज्यों में मामले इतने सामने नहीं आ रहे थे।
संक्रमण से बचाव के लिए लोगों ने खुद को सुरक्षित कर रखा था। लेकिन जब धीरे-धीरे उन राज्यों में लॉकडाउन को खोला गया तो लोग सामान्य होने की तरफ बढ़े। जिससे फिर उन लोगों के बीच में संक्रमण पहुंचा और केरल, उत्तर-पूर्वी राज्यों में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली।दिल्ली के 90 फीसदी से अधिक लोगों में एंटीबॉडी उन्होंने बताया कि दिल्ली के सिरो सर्वे में 90 फीसदी से अधिक लोगों में एंटीबॉडी मिलने की बात सामने आई है।
जो लोगों के बीच हर्ड इम्यूनिटी बनने की ओर इंगित करती है। इसका कारण लोगों के बीच दूसरी लहर में संक्रमण का अधिक फैलना है। संक्रमित होने से लोगों के अंदर एंटीबॉडी बनी है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण संक्रमण की गंभीरता को कम करता है।प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने कहा कि सामान्य होने की तरफ बढ़ने का यह सबसे उचित समय है।
अनावश्यक तौर बंदिश लगाकर नहीं रह सकते हैं। लेकिन निगरानी की बेहद आवश्यकता है। जब तक कोरोना वायरस का कोई नया स्वरूप सामने नहीं आता है उस समय तक हालात ऐसे ही रहेंगे।
जिन जगहों पर संक्रमण नहीं पहुंचा है वहां जरूर बीच-बीच मामलों में बढ़ोतरी दिख सकती है। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर जैसी तस्वीर नहीं होगी।ये अच्छी बात है कि मामले पिछले कुछ दिन से बढ़ नहीं रहे हैं। दिल्ली का सीरो सर्वे कहता है 97 फीसदी लोगों में कोरोना से लड़ने वाले एंटीबॉडी मिले। यह दिखाता है कि अभी मामले कम ही रहेंगे हालांकि त्योहारों पर भीड़ का मामूली असर आने वाले कुछ दिनों में संक्रमण दर पर दिखाई दे सकता है।
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