36वीं इंदिरा मैराथन में पुणे के धावक बेली अप्पा ने जीती 42.195 किमी की दौड़, महिला वर्ग में ठाकुर निरमा बनीं विजेता
देश की पहली महिला पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा ग़ांधी के जन्म दिवस पर संगम नगरी प्रयागराज में 36वे अखिल भरतीय इन्दिरा मैराथन की शुरुआत आज सुबह ग़ांधी परिवार के पैतृक आवास आनन्द भवन से किया गया।
इंदिरा मैराथन दौड़ में बतौर मुख्य अतिथि पहुँचे उत्तर प्रदेश सरकार के खेल राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी ने हवा में रंग बिरंगे गुब्बारे छोड़ने के साथ ही हरी झंडी दिखा कर धावकों को रवाना किया।
शहर की सड़कों पर तकरीबन 43 किलोमीटर की इस दौड़ में 47 से भी ज्यादा महिला और 316 पुरुषो धावकों ने भाग लिया। वही इस इंदिरा मैराथन दौड़ का समापन स्थानीय मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में हुआ .
जहाँ पुरुष वर्ग में पहले स्थान पर आर्मी ट्रेनिंग स्कूल पुणे के विलेई पल्लियाई रहे वही महिला वर्ग में पहले स्थान पर निर्मला बेन पाटिल रही जिनको राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार खेल एवं युवा कल्याण एवं पंचायती राज विभाग उपेंद्र तिवारी द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा ।
आपको बता दें कि पिछले 35 वर्षों से लगातार आयोजित हो रही देश की सबसे पुरानी इंदिरा मैराथन हैं विजेता धावकों को दो दो लाख जबकि दूसरे स्थान पर आए धावकों को एक एक लाख और तीसरे स्थान पर आने वाले धावकों को 75 हजार पुरस्कार दिया जाएगा .
जबकि 11 खिलाड़ियों को 10 हजार का सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा खेल विभाग उत्तर प्रदेश जिला प्रशासन प्रयागराज की ओर से आयोजित इंदिरा मैराथन में बढ़-चढ़कर धावकों ने हिस्सा लिया.
यह इंदिरा मैराथन इस बार खेलो इंडिया खेलो मैराथन के रूप में आयोजित की गई है पूरे मैराथन रूट को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया गया है.
ताकि कोई भी फर्जी धावक दौड़ के बीच में ना आ सके साथ ही साथ धावकों के लिए 15 रिफ्रेशमेंट इंस्टॉल लगाए गए हैं इंदिरा मैराथन में शामिल होने वाले धावकों को चिप भी लगाया गया है हालांकि पिछले वर्ष कोविड-19 की वजह से इंदिरा मैराथन नहीं हो सका था यह पहली बार है जब प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाले इंदिरा मैराथन कोविड-19 की वजह से बाधित हुआ था।