Prayagraj News: शुआट्स कुलपति आरबी लाल गिरफ्तार ;बृजेश पांडेय का कहना है ,फर्जी फंसाया गया
शुआट्स कुलपति आरबी लाल गिरफ्तार शुआट्स पीआरओ बृजेश पांडेय का कहना है कि कुलपति को फर्जी फंसाया गया। उन्होंने कहा कि दिवाकर नाथ ने झूठी एफआईआर दर्ज कराई है। घटना के समय कुलपति अपने निवास पर थे। इसका सीसीटीवी फुटेज भी है। दिवाकर व सर्वेंद्र विक्रम के पूर्व में दर्ज कराए मुकदमे में कुलपति की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट से रोक है। एक बार फिर कुलपति को झूठे मुकदमे में फंसाने का षडयंत्र किया गया है।
शुआट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरबी लाल को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया है।
पुलिस उसे मेडिकल के लिए चाका ब्लॉक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई है। इसके बाद उसे एसीजेएम 7 फलक गांगुली की कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस की ओर से दाखिल रिमांड की अर्जी अदालत ने स्वीकार कर ली। कुलपति को दो जनवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में सेंट्रल जेल नैनी में रहना होगा।
शुआट्स कुलपति आरबी लाल गिरफ्तार हत्या के प्रयास का मामला दर्ज
प्रयागराज के नैनी स्थित सैम हिगिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नॉलोजी एंड साइंसेस (शुआट्स) के कुलपति आरबी लाल को गिरफ्तार कर लिया गया। पूर्व भाजपा नेता दिवाकर नाथ त्रिपाठी की एफआईआर पर उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। आरबी लाल पर 25 साल में 29 मुकदमे हुए हैं। गाली-गलौज से लेकर हत्या तक का आरोप लगा है। चार साल पहले 22 करोड़ के गबन में जेल भी भेजा गया था।
शुआट्स वीसी आरबी लाल ने शुक्रवार को भी पुलिस को चकमा देने की तैयारी कर ली थी। पुलिस के आने की भनक लगते ही वह भागकर गेस्ट हाउस के पीछे स्थित कमरे में छिप गए। यही नहीं बाहर से ताला भी लगवा दिया था। कमरे में ताला लगा देख पुलिसकर्मियों ने रोशनदान से झांककर देखा तो वह कुर्सी पर बैठे दिखाई दिए।
शुआट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरबी लाल को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी हत्या के प्रयास के मामले में दर्ज मुकदमे में की गई है। उसने हड़ताल पर चल रहे शिक्षकों को बातचीत के लिए विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस बुलाया था। यहां वह शिक्षकों से बातचीत कर ही रहा था कि पुलिस ने पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट के आदेश पर उसे दो जनवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में नैनी जेल भेज दिया गया।
मेडिकल के लिए चाका ब्लॉक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई
शुआट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरबी लाल को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया है। पुलिस उसे मेडिकल के लिए चाका ब्लॉक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई है। इसके बाद उसे एसीजेएम 7 फलक गांगुली की कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस की ओर से दाखिल रिमांड की अर्जी अदालत ने स्वीकार कर ली। कुलपति को दो जनवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में सेंट्रल जेल नैनी में रहना होगा।
यह गिरफ्तारी विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस से हुई है। विश्वविद्यालय के शिक्षक 11 माह से वेतन न मिलने के चलते हड़ताल पर चल रहे थे। इसको लेकर काफी समय से आंदोलन और धरना प्रदर्शन चल रहा था। वीसी ने रविवार को शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल को बातचीत के लिए विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस बुलाया था। कुलपति अभी प्रतिनिधि मंडल से बातचीत कर ही रहे थे कि पुलिस पहुंच गई और वीसी को गिरफ्तार कर लिया।
कचहरी में किया गया पेश
गिरफ्तार के तुरंत बाद वीसी आरबी लाल को मेडिकल चेकअप के लिए पुलिस चाका ब्लॉक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। यहीं पर एफआईआर रजिस्टर मंगाकर आरबी लाल का दस्तखत कराने के बाद उसे पुलिस रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के लिए कचहरी लेकर चली गई। पुलिस की यह सारी कार्रवाई आधे घंटे के भीतर हो गई।
शुआट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आरबी लाल की गिरफ्तारी पूर्व भाजपा नेता दिवाकर नाथ त्रिपाठी की एफआईआर पर हुई है। दिवाकर नाथ त्रिपाठी ने रविवार को नैनी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था कि रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे वह टहलने के लिए अरैल बांध रोड पर आए थे। इसी दौरान उनके साथ उनके दोस्त सर्वेंद्र विक्रम सिंह भी थे।
लौटते वक्त कुलपति आरबी लाल फॉर्च्यूनर गाड़ी से अपने दो साथियों के साथ आया और हत्या के प्रयास की नीयत से उसके ललकारने पर उसके दो साथियों ने फायरिंग की। जिसमें दिवाकर और उसके साथी सर्वेंद्र बाल बाल बच गए। इसी मामले में आरबी लाल को गिरफ्तार किया गया है।
हत्या के प्रयास के मामले में हुई गिरफ्तारी
इसके बाद ताला तोड़कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दरअसल रविवार को शुआट्स के शिक्षकों की वीसी के साथ एक बैठक होने वाली थी। इसमें शिक्षकों के 11 माह के बकाया वेतन को लेकर बातचीत होनी थी। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को इसकी सूचना थी। ऐसे में उन्हें दबोचने के लिए टीम पहुंच गई।
बैठक शुआट्स के ठीक सामने स्थित गेस्ट हाउस में हो रही थी। पुलिस जैसे ही वहां पहुंची, वीसी को इसकी भनक लग गई। वह गेस्ट हाउस से निकलकर पीछे स्थित कमरे में पहुंच गए और इसमें बाहर से ताला लगवा दिया।
वीसी के न मिलने पर एसओजी व पुलिस टीम उन्हें खोजते हुए गेस्ट हाउस से लगे हुए कमरे के बाहर पहुंची तो दरवाजे पर ताला लगा मिला। शक होने पर एक पुलिसकर्मी ने रोशनदान से झांककर देखा तो वह भीतर बैठे दिखाई दिए। इसके बाद ताला तोड़कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
नहीं की कोई बात, भावशून्य रहा चेहरा
सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तारी के दौरान आरबी लाल ने पुलिस से कोई सवाल नहीं किया। वह चुपचाप कमरे से निकलकर गाड़ी में बैठ गए। मेडिकल के लिए सीएचसी चाका और फिर वहां से कचहरी ले जाए जाने के दौरान भी उनका चेहरा भावशून्य रहा।
रविवार को हुई घटना के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाई और कुछ ही घंटों बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वादी मुकदमा के मुताबिक, सुबह 6.40 मिनट पर यह घटना हुई। लगभग सात घंटे बाद आरोपी शुआट्स वीसी को गिरफ्तार कर लिया गया।
साजिशन फंसाया गया: शुआट्स
शुआट्स पीआरओ बृजेश पांडेय का कहना है कि कुलपति को फर्जी फंसाया गया। उन्होंने कहा कि दिवाकर नाथ ने झूठी एफआईआर दर्ज कराई है। घटना के समय कुलपति अपने निवास पर थे। इसका सीसीटीवी फुटेज भी है। दिवाकर व सर्वेंद्र विक्रम के पूर्व में दर्ज कराए मुकदमे में कुलपति की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट से रोक है। एक बार फिर कुलपति को झूठे मुकदमे में फंसाने का षडयंत्र किया गया है।
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