सलोरी सादियाबाद सड़क किनारे बने मकानों पर लगे लाल निशान, चलने लगे हथौड़े, जेसीबी भी चलेगी

Sadiyabad
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यूपी के प्रयागराज में सड़क किनारे बसे कई मकानों पर लाल निशान लगते ही अब हथौड़े चलने लगे हैं। कुछ मकान स्वामी भी अपने मकानों को तोड़ने में लगी हैं।

हालांकि जहां लाल निशान लगने के बाद भी मकान टूटने शुरू नहीं हुए वहां जेसीबी चलाएगी।पहले झूंसी और अब रसूलाबाद में सड़क किनारे भवनस्वामी अपने-अपने मकान तोड़ रहे हैं। बतादें कि महाकु्म्भ-2025 के लिए शहर 30 सड़कें चिह्नित की गई हैं। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने चिह्नित मकानों का हिस्सा तोड़ने के लिए लाल निशान लगाया और नोटिस भेजी।

नोटिस मिलने के बाद लोग विरोध करने लगे। मकान मालिकों ने सांसद, विधायक और पीडीए के अधिकारियों से मुलाकात कर सड़कों का चौड़ीकरण रद करने की गुहार लगाई।अफसरों से आश्वासन न मिलने पर भवनस्वामियों ने चौड़ीकरण का दायरा कम करने की मांग की।

इसी बीच पीडीए का जेसीबी चौड़ीकरण के लिए प्रस्तावित मार्गों का चक्कर काटने लगा। अधिकारियों से भी मकान मालिकों को संकेत मिला कि वे खुद मकान का हिस्सा तोड़ें या जेसीबी से तोड़ा जाएगा। सबसे पहले झूंसी में छतनाग रोड, पुरानी झूंसी से नई झूंसी मार्ग, पुरानी जीटी रोड कटका से गंगा घाट तक लोग अपने मकान तोड़ने लगे।

रसूलाबाद घाट मार्ग किनारे रहने वालों ने भी मंगलवार रात से मकानों को हथौड़े से तोड़ना शुरू कर दिया। सलोरी, सादियाबाद, कैलाशपुरी के साथ सीवाई चिंतामणि रोड के मकान मालिक भी सड़क चौड़ीकरण का विरोध कर रहे हैं। पीडीए के अधिकारी कहते हैं कि सड़क चौड़ीकरण के साथ कोई समझौता नहीं होगा।

मकान मालिक खुद नहीं तोड़ेंगे तो जेसीबी से तोड़ा जाएगा।सड़क चौड़ीकरण का शहर में चौतरफा विरोधकुम्भ-2019 में भी सड़कें चौड़ी हुईं। सैकड़ों मकान टूटे, लेकिन इस तरह का विरोध पहले नहीं हुआ। सबसे पहले सीवाई चिंतामणि रोड के मकान मालिकों ने विरोध शुरू किया।

मार्ग किनारे रहने वाले अबतक एक दर्जन से अधिक आवेदन पीडीए में कर चुके हैं। नैनी के लोगों ने महापौर गणेश केसरवानी के साथ पीडीए के उपाध्यक्ष से मुलाकात की। रसूलाबाद, कैलाशपुरी, गोविंदपुर, सलोरी, सादियाबाद के सैकड़ों भवनस्वामियों ने सांसद केशरी देवी से मदद की गुहार लगाई है।

अधिकारियों से लगातार मुलाकात कर रहे हैं। कैलाशपुरी के पीके मणि त्रिपाठी ने बताया कि चौड़ीकरण का दायरा कम कर दें तो काफी लोगों को राहत मिलेगी। दायरा कम नहीं करने पर सलोरी, सादियाबाद, कैलाशपुरी के कई परिवार बेघर हो सकते हैं।रसूलाबाद के संजय चौहान ने कहा कि घाट मार्ग का प्रस्ताव के अनुसार चौड़ीकरण होता है तो कई गरीब परिवार उजड़ जाएंगे।

मार्ग किनारे अधिकतर परिवार 80 साल से रह रहे हैं। विरोध के बावजूद पीडीए के अधिकारी चाहते हैं कि चौड़ीकरण के दायरे में आए मकानों को लोग खुद तोड़ लें। पीडीए के मुख्य अभियंता नीरज गुप्ता ने बताया कि सड़क चौड़ीकरण को लेकर जो उचित होगा, वही किया जाएगा।

सादियाबाद सलोरी के लोग हाईकोर्ट की शरण में चले गए हैं जिसके कारण पीडीए के अधिकारी भी कुछ नहीं कर रहे हैं। मामले के न्यायालय में विचाराधीन होने के कारण उहापोह की स्थिति बनी हुई है।

विदेश में कार्यरत इंजीनियर देश रत्न ने भले ही भारत आने पर अपना आलीशान बंगला बनवाया और डी आर टी क्लास चलाकर प्रतियोगी छात्रों को पढ़ा रहे हैं, लेकिन वह भी नजर बनाए हुए हैं कि ऊंट किस करवट बैठेगा।

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