यूपी पुलिस परीक्षा पेपर लीक मामला(up police paper leak ) : STF ने आरोपी नीरज यादव को किया गिरफ्तार :उपाध्याय को उत्तर कुंजी किसने उपलब्ध कराई

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Constable Recruitment Paper Leak: यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक(up police paper leak) का मुख्य आरोपी नीरज यादव गिरफ्तार कर लिया। नीरज मर्चेंट नेवी में नौकरी करता था, उसने नौकरी छोड़ रखी थी।

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती पेपर लीक ,up police paper leak ,मामले में एसटीएफ ने अपनी कार्रवाई शुरु कर दी है और एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है. एसटीएफ ने अभ्यर्थियों को व्हॉट्सएप पर सवालों के जवाब भेजने वाले आरोपी नीरज यादव को गिरफ्तार किया है.

जानकारी के मुताबिक नीरज यादव बलिया का रहने वाला है. इसके बाद अब पुलिस नीरज को उत्तर कुंजी भेजने वाले मथुरा के रहने वाले एक आरोपी की तलाश में लगी हुई है. बता दें कि योगी सरकार ने शनिवार को ही पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द करने की घोषणा की है.

48 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया

इसी महीने की 17 और 18 तारीख को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था. इस परीक्षा में 60 हजार पदलों के लिए कुल 48 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था और परीक्षा दी थी.

जानकारी के मुताबिक, यूपी सरकार ने इस परीक्षा को इस वजह से रद्द किया है क्योंकि इसके पीपर लीक होने की सूचना बाहर आई थी. पूरे मामले की जांच के लिए विशेष टीम का भी गठन किया गया है. यूपी सरकार ने इस मामले में शामिल आरोपियों की पहचान करने और बाद में उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाने का भरोसा दिया है.

साथ ही सीएम योगी ने 6 महीने के अंदर दोबारा से परीक्षा आयोजित कराने के भी निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री योगी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर एक पोस्ट शेयर करते हुए खुद यह जानकारी दी थी17 और 18 फरवरी को आयोजित की गई इस परीक्षा के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे.

जैमर भी लगाए थे ,up police paper leak

परीक्षा केंद्रों में किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया था. साथ ही उन्होंने ब्लूटुथ या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को नाकाम करने के लिए जैमर भी लगाए थे. पुलिस भर्ती परीक्षा के मामले में अभ्यर्थी को सवालों के उत्तर व्हाट्सएप पर भेजने वाले बलिया के नीरज यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पूछताछ के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेजा दिया गया। नीरज को मथुरा निवासी एक उपाध्याय ने ये उत्तर कुंजी भेजी थी। पुलिस अब उसकी तलाश में मथुरा में दबिश दे रही है। गिरोह का सरगना कौन है? उसको पेपर के प्रश्न कहां से मिले? इन सभी के सवाल फिलहाल अनसुलझे हैं। पुलिस के साथ मुख्य रूप से एसटीएफ प्रकरण की जांच कर रही है।

सत्य अमन कुमार को पर्ची से नकल कर ओएमआर शीट भरते पकड़ा

लखनऊ के कृष्णानगर के अलीनगर सुनहरा स्थित सिटी मॉडर्न अकेडमी स्कूल को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था। 18 फरवरी को आयोजित परीक्षा की दूसरी पाली के दौरान शाम करीब 4:55 बजे कक्ष संख्या-24 के निरीक्षक वंदना कनौजिया और विश्वनाथ सिंह ने परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार को पर्ची से नकल कर ओएमआर शीट भरते पकड़ा था।

उन्होंने पर्ची बरामद कर ली थी। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने सत्य अमन को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में उसने बताया कि नीरज यादव नाम के शख्स ने उत्तरकुंजी व्हाट्सएप पर भेजी थी। नीरज ने पुलिस को बताया कि मथुरा निवासी उपाध्याय ने उसको उत्तरकुंजी भेजी। व्हाट्सएप चैट से इसकी तस्दीक भी हुई। पुलिस अब उपाध्याय की तलाश कर रही है।

मर्चेंट नेवी में था नीरज

आरोपी नीरज यादव मर्चेंट नेवी में था। वर्तमान में वह नौकरी छोड़ रखी है। सूत्रों के मुताबिक वह परीक्षाओं में सेंधमारी का काम कुछ वक्त से कर रहा है। इसके एवज में मोटी रकम वसूलता है।

अब तक पुलिस की जांच में ये साफ नहीं हो सका है कि उसका नेटवर्क कहां तक है? उसको उत्तर कुंजी उपलब्ध कराने वाले उपाध्याय को उत्तर कुंजी किसने उपलब्ध कराई। पुलिस का दावा है कि ये भी सामने नहीं आ सका है कि आखिर उत्तर कुंजी उपलब्ध कराने के लिए सत्य अमन ने नीरज को कितनी रकम देने वाला था।

दबिश से पहले फरार

मथुरा निवासी उपाध्याय का पूरा नाम पता आदि पुलिस को पता है। फिलहाल अभी उसकी पूरी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई हैं। सूत्रों के मुताबिक उपाध्याय को जानकारी हो गई थी कि सत्य अमन पकड़ा गया है। इसलिए वह दबिश से ठीक पहले वह भाग निकला।

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