कुंभ में भगदड़ से हुई मौतों पर प्रशासन ने तोड़ी चुप्पी, 30 मौते स्वीकारी

Administration breaks silence on deaths due to stampede in Kumbh, accepts 30 deaths
Administration breaks silence on deaths due to stampede in Kumbh, accepts 30 deaths

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी कुंभ मेले में बुधवार की रात तक़रीबन डेढ़ बजे एक घाट पर भगदड़ मची, जिसमें कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है. इस हादसे में दर्जनों ज़ख़्मी भी हुए हैं.

बीती रात करीब डेढ़ बजे प्रयागराज ( Prayagraj ) के महाकुंभ ( Mahakumbh Stampede ) में संगम तट ( Sangam Tat )पर भगदड़ मच गई. जिसमें कई श्रद्धालुओं की मौत की खबर है. तो वहीं 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हुए हैं. भगदड़ के बाद सामने आई तस्वीर और वीडियो देखकर हर किसी हैरान कर दिया.

इस भगदड़ ( Maha Kumbh Bhagdad ) में बेहोश, मृतक और घायलों के बीच अपनों को ढूंढते लोगों की तस्वीर रोंगटे ( Mahakumbh Stampede Eyewitness ) खड़े करने वाली. इस भगदड़ के बाद जहां रेस्क्यू टीम कई लोगों को अस्पताल ले जाती दिखी. तो वहीं कोई अपनों को मुंह से सांस देता नजर आया.

प्रयागराज में संगम पर बुधवार को रात डेढ़ बजे के क़रीब कुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई.

इसमें कई लोगों के मारे जाने की आशंका है और दर्जनों लोग ज़ख़्मी हुए हैं.

भगदड़ के कई वीडियो फ़ुटेज में साफ़ दिख रहा है कि पुलिसकर्मी घायलों को अस्पताल ले जा रहे हैं. भगदड़ से प्रभावित हुए श्रद्धालु कुंभ मेले की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं.

अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट करके लोगों से अफ़वाह पर ध्यान न देने को कहा है. वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार से श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्था करने की अपील की है.

प्रशासन ने शाम तक मौतों की संख्या के बारे में कोई बयान नहीं दिया था.

बाद में डीआईजी, महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र वैभव कृष्ण ने शाम को मीडिया से मुख़ातिब होते हुए बताया कि, “महाकुंभ भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई जिसमें से 25 की पहचान हो गई है. 60 घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. “

उन्होंने घटना का कारण बताते हुए कहा, “अखाड़ा क्षेत्र में बैरिकेड्स लगे हुए हैं. इनमें से कुछ बैरिकेड्स टूट गए. कई श्रद्धालु जो ब्रह्म मुहूर्त का इंतज़ार करते हुए घाट पर ही लेटे हुए थे तभी कई दूसरे श्रद्धालु वहाँ पहुँच गए. वो देख नहीं पाए कि नीचे कौन लेटे हैं, और इस तरह ये दुर्घटना हो गई.” शासन ने सख्त निर्देश दिए थे कि कोई भी वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा और बुधवार को कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं हुआ

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