36वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन 19 नवम्बर को आयोजित की जाएगी
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर प्रयागराज में आयोजित होने वाली 36वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन 19 नवम्बर को आयोजित की जाएगी।
इसमें लगभग एक हजार धावकों के शामिल होने की संभावना है। मैराथन में शामिल होने वाले धावकों को चिप भी लगाई जाएगी। ताकि उनके द्वारा तय दूरी का सही-सही पता लगाया जा सके।
इसके साथ ही मैराथन में हिस्सा लेने वाले धावकों का कोविड टेस्ट भी कराया जाएगा। 17 और 18 नवंबर को खिलाड़ियों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जाएगा। जिसके लिए स्टेडियम में कोविड बूथ भी लगाए जाएंगे।
सूबे के खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी मैराथन का शुभारंभ करेंगे और विजेताओं को पुरस्कृत भी करेंगे।प्रयागराज में खेल विभाग ने 1985 से इंदिरा मैराथन की शुरुआत की थी।
अखिल भारतीय इंदिरा मैराथन में पुरुषों और महिलाओं के लिए 42.195 किलोमीटर की दूरी निर्धारित की गई है। हर साल जिला प्रशासन और खेल विभाग की ओर से इसका आयोजन कराया जाता है।
नेहरू गांधी खानदान के पैतृक आवास आनंद भवन से इंदिरा मैराथन शुरू होकर तेलियरगंज, म्यौहॉल चौराहा,हाईकोर्ट, हनुमान मंदिर, सीएमपी डिग्री कॉलेज, बैरहना, नए यमुना ब्रिज को पार करके अरैल होते हुए
फलाहारी बाबा आश्रम से मुड़कर उसी मार्ग से वापस स्टेडियम में समाप्त होती है। लेकिन इस बार इसके रूट में आंशिक बदलाव किया गया है।
डीएम संजय खत्री के मुताबिक इंदिरा मैराथन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयीं है।खास तौर पर ट्रैफिक को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
खिलाडियों के लिए रास्ते में शिकंजी जूस आदि पेय पदार्थों का इंतजाम किया गया है। इसके लिए 16 बूथ बनाए गए हैं। वहीं पर 5 मोबाइल एंबुलेंस का भी इंतजाम किया गया है।
इसके साथ ही 2 स्थानों पर मेडिकल टीम भी रहेगी।डीएम के मुताबिक 36 वर्षों से बिना रूके आयोजित होने वाली इंदिरा मैराथन देश की सबसे पुरानी मैराथन में से एक है।
इसके साथ ही मैराथन के सभी मानकों को इसमें सख्ती से लागू किया जाता है। डीएम संजय खत्री के मुताबिक 42.195 किलोमीटर की इस मैराथन के पुरूष और महिला वर्ग के विजेताओं को दो लाख, उपविजेताओं को एक
लाख और तीसरे स्थान पर आने वाले धावक को 75 हजार रूपए मिलेंगे। इसके साथ ही पुरुष और महिला वर्ग में 11-11 खिलाड़ियों को दस-दस हजार के सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
लगभग पूरे रूट को सीसीटीवी से कवर किया गया है। हर किलोमीटर पर एनसीसी कैडेट इंडिकेटर के साथ खड़े रहेंगे।कोरोना वायरस संक्रमण की कमी के कारण इस बार इंदिरा मैराथन की जोरों पर तैयारियां हो रही हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की जन्मतिथि पर प्रयाराज में यह मैराथन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता रहा है। यहां एक बात आप जान लें कि इस बार इंदिरा मैराथन में सात किमी का मार्ग परिवर्तित किया गया है।
मैराथन शुरू होने का स्थल और समापन स्थल में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आइए जानें कि कहां से कहां तक इस बार रूट परिवर्तित किया गया है।
लेप्रेसी चौराहा से रीवा रोड पर बढ़ेंगे धावक क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी ने बताया कि इंदिरा मैराथन का रूट आनंद भवन से शुरू होगा। लेप्रेसी चौराहा नैनी से रीवा रोड पर सात किमी आगे रिलायंस पेट्रोल पंप तक धावक जाएंगे।
फिर वहां से वापसी होगी। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में फिनिसिंग लाइन होगी। उन्होंने बताया कि नए रूट के चयन के बाद मार्किंग शुरू की गई। मार्किंग से पहले पुन: दूरी को मापा जा रहा है।
इसके बाद दूरी को सड़क पर लिखा जा रहा है। आनंद भवन के पास जीरो मार्क हुआ। मार्किंग से पूर्व टेक्निकल टीम ने रूट की नाप की। निर्धारित दूरी पर किलोमीटर लिखा गया।
जिन स्थानों पर जलपान के काउंटर लगेंगे, उन स्थानों पर किमी मार्किंग के साथ जलपान शब्द को लिखा गया है।42.195 किमी की है इंदिरा मैराथन इंदिरा मैराथन में गुरुवार तक रजिस्ट्रेशन की संख्या 42 हो चुकी थी।
इसमें 34 आफलाइन व आठ आनलाइन रजिस्ट्रेशन हुए। इंदिरा मैराथन की दौड़ 19 नवंबर को आनंद भवन से शुरू होगी और 42.195 किमी तय कर स्टेडियम में समाप्त होगी। स्टेडियम में होगा पुरस्कार वितरण समारोह.
इंदिरा मैराथन का पुरस्कार वितरण समारोह मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में आयोजित होगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई है। बिल्डिंग पेंटिंग की जा रही है। मैदान पर घास की कटाई और पेड़ों की छटाई भी शुरू है।
खराब लाइटें बदली जा रही हैं। पुरस्कार वितरण के लिए मैदान पर ही मंच लगाया जाएगा। जहां अतिथियों के बैठने की व्यवस्था होगी। स्टेडियम के मुख्यद्वार के अलावा दूसरे गेट भी खोले जाएंगे।
स्टेडियम के पश्चिमी गेट से धावक फिनिशिंग लाइन तक पहुंचेंगे।जारी होगा विशेष पास इंदिरा मैराथन में आयोजन समिति से लेकर मीडिया तक के लिए पास जारी होगा।
मैराथन रूट पर कोई बाहरी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकेगा। बाहरी वाहन भी प्रतिबंधित होंगे। । आयोजन व कवरेज से जुड़े सभी लोगों को विशेष पास आयोजन समिति देगी। इससे रूट पर अवैध आवागमन भी रोका जा सकेगा और मैराथन का संचालन सुचारू होगा।