Mirzapur News: तीन चिताएं एक साथ जलते देख ;आंखें हुईं नम:सड़क हादसे में मौत
तीन चिताएं एक साथ जलते देख ;आंखें हुईं नम,सड़क हादसे में मौत होने के बाद चुनार को कोल्हुआ घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
सक्तेशगढ़। एक ही परिवार के तीन लोगों की सड़क हादसे में मौत होने के बाद चुनार को कोल्हुआ घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। एक ही परिवार के तीन लोगों की चिताएं एक साथ जलते देख सभी की आंखें नम हो गईं।
सक्तेशगढ़। एक ही परिवार के तीन लोगों की सड़क हादसे में मौत होने के बाद चुनार को कोल्हुआ घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। एक ही परिवार के तीन लोगों की चिताएं एक साथ जलते देख सभी की आंखें नम हो गईं।
इससे पहले बुधवार को दोपहर में हादसे में मृत तीनों लोगों के शवों का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद परिजन शव लेकर घर आए। वहां से शाम को तीनों शव चुनार के कोल्हुआ घाट पर पहुंचे। जहां एक साथ तीनों चिताएं जलाई गईं। घाट पर काफी संख्या में गांव के लोग मौजूद रहे।
घाट पर भी हादसे की चर्चा रही। चुनार थाना क्षेत्र के रामपुर सक्तेशगढ़ ग्राम पंचायत के घुनिया गांव निवासी रामदुलार उर्फ नसूड़ी (50) के घर कुछ दिन पहले उसकी बहन अनीता (35) निवासी बढ़ौना बहुआर थाना राबर्ट्सगंज कोतवाली जनपद सोनभद्र आई थीं।
मां सोभागी (70) की तबीयत खराब थी। मां सोभागी भी अनीता को ससुराल छोड़ने के लिए बेटे के साथ चल दीं। बेटा रामदुलार ने बहन अनीता को सोभागी को बाइक पर पकड़े रहने की जिम्मेदारी सौंपी। मां और बहन को लेकर रामदुलार ससुराल की तरफ चल दिए।
रास्ते में राजगढ़-चुनार मुख्य मार्ग पर स्थित इंदिरा नगर गांव के पास जा ट्रक को ओवरटेक करते समय बाइक अनियंत्रित होकर ट्रक के पिछले चक्के से टकरा गई। इस हादसे में बाइक से गिरकर मां सोभागी और बहन अनीता की मौके पर और रामदुलार की अस्पताल में मौत हो गई।
मौत से परिवार में कोहराम मच गया। बुधवार को तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम हाउस पर काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। पोस्टमार्टम के बाद तीनों शवों को चुनार के कोल्हुआ गंगा घाट ले जाया गया। जहां एक साथ तीन चिताएं जलते देख हर कोई गमगीन दिखा।
Mirzapur News: मानेक शॉ क्रूज की टक्कर से विश्वनाथम का चालक घायल, दूसरा गिरा गंगा में
वाराणसी। दशाश्वमेध घाट पर शनिवार की शाम गंगा आरती के दौरान मानेक शॉ क्रूज से विश्वनाथम (डबल डेकर) बजड़ा में टक्कर लग गई। हादसे में विश्वनाथम क्रूज के चालक दल का एक सदस्य घायल हो गया, जबकि दूसरा चालक गंगा में जा गिरा। घायल चालक का बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में उपचार कराया गया। हादसे को लेकर नाविक समाज में रोष व्याप्त है।
मानेक शॉ क्रूज पर 200 और विश्वनाथम पर 95 पर्यटक सवार थे। विश्वनाथम के संचालक अजय मांझी के अनुसार शाम के समय विश्वनाथम में सवार पर्यटकों को दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती दिखाई जा रही थी। उसी दौरान पीछे से आए मानेक शॉ क्रूज ने विश्वनाथम में टक्कर मार दी। टक्कर से चालक दल के सदस्य दीपक साहनी की हथेली में चोट लग गई। चालक दल का एक अन्य सदस्य विशाल साहनी झटका लगने की वजह से गंगा में गिर गया। इसके साथ ही विश्वनाथम क्षतिग्रस्त भी हुआ है।
उधर, मानेक शॉ क्रूज के संचालक विकास मालवीय ने ऐसी किसी घटना से इन्कार किया है। वहीं, इस संबंध में जल पुलिस के प्रभारी मिथिलेश यादव ने बताया कि दशाश्वमेध घाट पर आरती के दौरान हल्की टक्कर की बात सामने आई थी। विश्वनाथम के एक चालक की हथेली में हल्की चोट लगी है। घटना के संबंध में किसी पक्ष ने कोई तहरीर नहीं दी है।
गंगा के बीचोंबीच चलाए जाएं क्रूज
नाविक समाज के अध्यक्ष प्रमोद मांझी ने घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि क्रूज संचालक मनमानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन और पुलिस से हमारी मांग है कि गंगा में चलने वाले क्रूज को घाटों के किनारे न चलाया जाए। क्रूज को गंगा के बीचोंबीच चलाया जाए। क्रूज के गंगा घाटों के किनारे चलने पर छोटी नावों को नुकसान होता है और हादसे की आशंका भी बनी रहती है।
सवा दो साल पहले अलकनंदा क्रूज टकराया था नावों से
सितंबर 2021 में अलकनंदा क्रूज दुर्घटनाग्रस्त होने से बचा था। दरअसल, क्रूज के कूलिंग सिस्टम में कुछ खराबी की वजह से उसका इंजन गर्म हो रहा था। उसे देखते हुए अस्सी घाट के किनारे इंजन को बंद कर खराबी को ठीक किया जा रहा था। उसी दौरान तेज हवा
के झोंके से क्रूज घाट की ओर खिसक कर वहां खड़ी नावों से टकरा गया था। इससे यात्रियों को कोई नुकसान तो नहीं हुआ था लेकिन क्रूज के शीशे और उसकी बॉडी के कुछ पार्ट चटक गए थे।
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