Ram Mandir: काशी और प्रयागराज के भिखारियों ने दिया राम मंदिर को 4 Lakhs दान

Ram Mandir Beggars of Kashi and Prayagraj donated 4 Lakhs to Ram Temple
Photo Credit Rakesh Pandey

Ayodhya Ram Mandir 4 Lakhs, Donation: राम मंदिर निर्माण के लिए दान करने वालों की फेहरिस्त में अब भिखारी भी शामिल हो गए हैं. काशी और प्रयागराज के भिखारियों ने अटूट श्रद्धा का सबूत दिया है. राम मंदिर को 4 Lakhs दान दिया.

वाराणसी. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जून 2021 को समर्पण निधि की शुरुआत हुई, जिसमें पूरी दुनिया से राम भक्तों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई. इन राम भक्तों में वो भक्त भी शमील थें, जिन्हें अक्सर भगवान के नाम पर मांगते हुए देखा जाता है. जी हां, समाज में इन्हें भिखारियों के नाम से जाना जाता है, लेकिन इन भिखारियों ने भी राम मंदिर निर्माण में लगभग चार लाख रुपये की धनराशि अर्पित की. अब इन भिखारियों को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आमंत्रण दिया जाएगा.

Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए देश दुनिया से सहयोग मिल रहा है. लोग क्षमतानुसार धनराशि पवित्र काम के लिए भेज रहे हैं. इसी कड़ी में काशी और प्रयागराज के सैकड़ों भिखारियों ने भी राम के प्रति सच्ची आस्था का सबूत दिया. उन्होंने राम मंदिर निर्माण में चार लाख रुपए का चंदा दिया है. काशी और प्रयागराज के भिखारियों ने दान में मिली राशि भगवान राम को समर्पित कर दी है.

Ram Mandir भिखारियों ने राम मंदिर निर्माण में 4 Lakhs दान किया सहयोग

भिखारियों की भक्ति सुर्खियों में आ गई है. अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम सभी पंथ जाति संप्रदाय को एकता के धागे में बांधने के लिए जाने जाते हैं.

अयोध्या में बन रहा भव्य राम मंदिर भी राष्ट्रीय एकता और अखंडता का परिचय है. उन्होंने कहा कि सभी वर्ग के लोगों का राम मंदिर निर्माण में सहयोग मिला है. काशी और प्रयागराज के भिखारियों का जज्बा सराहनीय है. संत समाज प्रभु श्री राम से भिखारियों के खुशहाल जीवन की कामना करता है.

‘काशी में खुद बाबा भोलेनाथ ने मांगी थी भिक्षा’ स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया

स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि काशी को बाबा भोलेनाथ की नगरी भी कहा जाता है. संपूर्ण विश्व का पालन पोषण करने वाली माता अन्नपूर्णा से स्वयं बाबा भोलेनाथ ने भिक्षा मांगी थी. इसलिए बाबा भोलेनाथ को महादानी के साथ-साथ भिक्षा मांगने के भी स्वरूप में देखा जाता है.

भगवान शंकर की नगरी काशी में रहने वाले हर वर्ग के लोगों ने राम मंदिर निर्माण में गहरी आस्था दिखाई है.  भिखारियों की प्रदान की गई सहयोग राशि भी विश्व के लिए उदाहरण है. उन्होंने कहा कि धनवान लोग सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने में हिचकते हैं. ऐसे में भिखारियों की पहल सराहना के पात्र है.

CM Yogi Prayagraj Visit: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने प्रयागराज में लगने वाले माघ मेले की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि इस बार राम मंदिर उद्घाटन के कारण ये मेला भी खास होगा.

Prayagraj Magh Mela News: संगम नगरी प्रयागराज में जनवरी में माघ मेला लगेगा. उससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने माघ मेले और कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा की. सीएम योगी ने मीडिया ब्रीफिंग में बुधवार को बताया कि साल भर बाद आयोजित होने वाले कुंभ मेले की तैयारियों का मंत्रियों के साथ निरीक्षण किया है और उसके बाद अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है.

माघ मेले पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस बार का माघ मेला कुछ विशिष्ट होगा. पांच सौ सालों के बाद अयोध्या में भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने की वजह से वहां आने वाले तमाम श्रद्धालु प्रयागराज के माघ मेले में भी आएंगे. इसी वजह से माघ मेले की तैयारियों का निरीक्षण किया है. माघ मेले को पहली बार विस्तार देने का काम किया जा रहा है. मेले को 800 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विस्तार दिया जा रहा है.

सीएम योगी ने माघ मेले की दी जानकारी

उन्होंने बताया कि पहले की तुलना में मेले के स्वरूप को बढ़ाया जा रहा है. इस बार सेक्टर की संख्या बढ़ाकर 6 की जा रही है. इस बार पांटून पुलों की संख्या भी बढ़ाकर 6 की जा रही है. इसके अलावा तमाम विभागों द्वारा अवस्थापना सुविधाएं बढ़ाने का काम किया जा रहा है. 4000 के करीब संस्थाएं माघ मेले के आयोजन में सहभागी बनेगी. लगभग 100 किलोमीटर के दायरे में लोहे की चकर्ड प्लेट बिछाई जाएगी. 200 किलोमीटर की पाइपलाइन भी मेला क्षेत्र में बिछाई जाएगी.

कल्पवासियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद

सीएम ने बताया कि 18 हजार से ज्यादा स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी. 65 किलोमीटर ड्रेनेज पाइप लाइन बिछाई जाएगी. 21 हजार शौचालय की व्यवस्था होगी. स्वच्छ और भव्य मेले के आयोजन के लिए शौचालयों के इंतजाम किए जा रहे हैं.

कल्पसियों और बाकी श्रद्धालुओं के लिए अस्पताल की भी व्यवस्था रहेगी. आठ हजार फीट से ज्यादा एरिया में स्पेशल स्नान घाट तैयार किए जा रहे हैं. पिछले साल की तुलना में इस बार कल्पवासियों की भी संख्या बढ़ने की उम्मीद है. इसी के मद्देनजर तैयारी की जा रही है. 

कुंभ की तैयारी के ट्रायल के तौर पर किए इंतजाम

उन्होंने आगे कहा कि 2025 के कुंभ की तैयारी के ट्रायल के तौर पर मेले की तैयारी की जा रही है. ट्रैफिक की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी आदेश दिए गए हैं. पार्किंग की सुविधा भी बढ़ाई जाएगी. श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत ना हो, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे. मेला 15 जनवरी को मकर संक्रांति से शुरू होगा.

25 जनवरी को पौष पूर्णिमा से कल्पवास की शुरुआत होगी. मौनी अमावस्या 9 फरवरी को, बसंत पंचमी 14 फरवरी को, माघी पूर्णिमा 24 फरवरी को होगी. महाशिवरात्रि पर 8 मार्च को मेले का समापन होगा.

सीएम ने बताया कि तकरीबन 2 महीने तक चलने वाले माघ मेले के आयोजन के लिए सरकार और प्रशासन बेहतर से बेहतर सुविधाएं मुहैया कराएगी. महाकुंभ से पहले के माघ मेले में श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. प्रयागराज को स्वच्छता और भव्य कुंभ का संदेश भी इस माघ मेले के जरिए दिया जाएगा.

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