Muzaffarnagar: दबंग दलित ने काट डाली ब्राह्मण की चोटी, हाथ में लेकर अधिकारियों से मिलने पहुंचा पीड़ित

Muzaffarnagar Dabang Dalit cut off the braid of Brahmin, the victim came to meet the officials
Muzaffarnagar Dabang Dalit cut off the braid of Brahmin, the victim came to meet the officials

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक ब्राह्मण के साथ लूटपाट, मारपीट और जबरन उसकी चोटी काटने का मामला सामने आया है। घटना 2 सितंबर की बताई जा रही है। पीड़ित ब्राह्मण ने एक व्यक्ति पर रास्ते में रोककर पहले मारपीट, फिर लूटपाट और फिर चोटी (शिखा) काटने का गंभीर आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस ने लूटपाट की घटना को असत्य बताया है।

पीड़ित ब्राह्मण का क्या है कहना मुज़फ्फरनगर के खंजापुर-बुढ़ाना मोड निवासी पीडित पंडित सचिन शर्मा के अनुसार 2 सितंबर को वह अपने काम से घर लौट रहे थे। उसी दौरान वहीं के रहने वाले ‘मोनू’ ने उसे हाथ देकर रोक लिया। सचिन के अनुसार चूंकि वह उसे पहले से जानता था इसलिए उसने गाड़ी रोक ली।

पंडित सचिन शर्मा का कहना है कि इसके बाद मोनू ने एकाएक उसका हाथ मरोड़ कर उसे जमीन पर गिरा दिया और उसके साथ मारपीट करने लगा। सचिन का आरोप है कि मोनू के पास उस्तरा भी था जो उसने सचिन की गर्दन पर रख दिया था। इसके बाद उसने सचिन की जेम से 5 हजार की नगदी निकाल ली। विरोध करने पर उसने सचिन की चोटी काट दी।

सचिन का कहना है कि इसी बीच उसने अपने घर पर फ़ोन कर दिया था। इसलिए उसकी दोनों बेटियां भी वहां आ गई थी। उन्होंने भी सबकुछ अपनी आँखों से देखा है। सचिन ने पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्रीय पुलिस को लिखित शिकायत करने के बाद भी इस मामले में कोई कार्यवाही नही हुई है। जिसके चलते जहाँ पीडित पंडित ने सोमवार को अपने परिजनों के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुंच कर आलाधिकारियों से कार्यवाही की मांग की है।

पुलिस ने लूटपाट की घटना को बताया झूट उधर, इस मामले में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जांच में लूट की घटना फर्जी पाई गई है, जबकि अन्य आरोपो की पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि शनिवार शाम बुढ़ाना मोड चौकी पर एक व्यक्ति ने लूट और मारपीट की सूचना दी थी, जिसके बाद चौकी इंचार्ज द्वारा तुरंत मौके पर जाकर जांच की गई।

साथ ही पीड़ित पंडित सचिन का मेडिकल कराने की बात भी कही, लेकिन उन्होंने मेडिकल कराने से स्पष्ट मना कर दिया। दूसरी ओर प्रथम दृष्टिया से आवेदक शराब के नशे में प्रतीत हो रहा था। इसके अलावा प्रारंभिक जांच में लूट की घटना असत्य पाई गई है। फ़िलहाल मामले में जांच प्रचलित है एवं तथ्यों के आधार पर आगे की आवश्यक विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पुलिस का यह भी कहना है कि पीड़ित ने चोटी काटने जैसी कोई बात शुरू में नहीं कही थी। इसका मौके पर एक वीडियो भी बनाया गया था, जिसमे उस वक्त लूट एवं मारपीट की बात कही गई थी।

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