Prayagraj: अशरफ की पत्नी भी होगी इनामिया, जल्द की जाएगी संस्तुति; कई मामलों में फरार घोषित है जैनब: कमिश्नर रमित शर्मा

Prayagraj Ashraf's Wife Will Also Be Rewarded, Recommendation Will Be Made Soon; Zainab Is Declared Absconding In Many Cases Commissioner Ramit Sharma
Prayagraj Ashraf's wife will also be rewarded, recommendation will be made soon; Zainab is declared absconding in many cases Commissioner Ramit Sharma

Prayagraj (Reporter R.C.Pasi) उमेश पाल हत्याकांड में अतीक की पत्नी शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम घोषित है। अब पुलिस अशरफ की पत्नी जैनब पर भी इनाम घोषित करने की तैयारी में है। उमेश पाल हत्याकांड की पहली एफआईआर में जैनब का नाम नहीं था।

अशरफ की पत्नी जैनब पर पुलिस जल्द ही इनाम की घोषणा कर सकती है। अधिकारियों ने इस बात पर मंथन शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही इसकी संस्तुति की जाएगी। हाल ही में पुलिस को जैनब की तिजोरी से करोड़ों की वसूली की सैकड़ों पर्चियां मिली थीं। जांच में यह भी पता चला है कि अशरफ, जैनब और सद्दाम ने वसूली का अलग गिरोह बना लिया था। अशरफ के जेल जाने के बाद से जैनब ही यह वसूली गैंग संभाल रही थी।

उमेश पाल हत्याकांड में अतीक की पत्नी शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम घोषित है। अब पुलिस अशरफ की पत्नी जैनब पर भी इनाम घोषित करने की तैयारी में है। उमेश पाल हत्याकांड की पहली एफआईआर में जैनब का नाम नहीं था लेकिन बाद में जांच के दौरान जैनब को साजिश में शामिल होने का दोषी पाया गया था। इसके बाद से वह फरार है।

हाल ही में जैनब और उसके मायके वालों पर वक्फ की जमीन हड़पने के मामले में भी मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने जब उसकी तिजोरी की तलाशी ली तो वसूली के एक गिरोह का खुलासा हुआ। अशरफ के जेल जाने के बाद इस वसूली गैंग की कमान जैनब के हाथ में थी।

उसका भाई सद्दाम प्रदेश के कई जिलों से वसूली कर जैनब को रकम सौंपता था। जैनब बाकायदा इसकी एक पर्ची बनाती थी जिसपर लिखा होता था कि इतने रुपये उसे मिले। इस पर्ची पर जैनब के हस्ताक्षर भी होते। पुलिस को जैनब की तिजोरी से इस तरह की सैकड़ों पर्चियां मिली हैं, जिसमें करोड़ों रुपये मिलने का जिक्र है।

वसूली गैंग का खुलासा होने के बाद पुलिस अधिकारी भी हैरत में हैं। जैनब और उसके ससुराल वालों की नए सिरे से जांच कराई जा रही है। पुलिस को शक है कि अशरफ के जेल जाने के बाद जैनब की कुछ और लोगों ने मदद की है।

इसमें कुछ सफेदपोश भी शामिल हो सकते हैं। जैनब की गिरफ्तारी के बाद ही इसका खुलासा होगा। पुलिस के काफी प्रयास के बाद भी जैनब अब तक पकड़ी नहीं जा सकी है। अब अधिकारियों ने निर्णय लिया है कि जैनब पर भी इनाम घोषित किया जाएगा। जल्द ही अधिकारी इसकी संस्तुति करेंगे। इसके लिए मंथन शुरू हो गया है।

माफिया अतीक के लखनऊ वाले फ्लैट की जांच तेज, ठेकेदार की बीवी के नाम पर कीमती जमीन भी; अभिलेखों की छानबीन के बाद होगी कार्रवाई

उमेश पाल और उसके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की हत्या के बाद पुलिस टीम ने यूनिवर्सल अपार्टमेंट में छापेमारी की थी। तब फ्लैट से असद का ट्रॉली बैग शैक्षणिक दस्तावेज और बाहर से लैंड क्रूजर सहित दो लग्जरी कार बरामद की गई थी। उस वक्त पुलिस और एसटीएफ की टीम ने छानबीन की थी जिसके बाद कहा गया था कि 2012 में खालिद ने 40 लाख रुपये में फ्लैट खरीदा था।

उमेश पाल और उसके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की हत्या के बाद पुलिस टीम ने यूनिवर्सल अपार्टमेंट में छापेमारी की थी। तब फ्लैट से असद का ट्रॉली बैग शैक्षणिक दस्तावेज और बाहर से लैंड क्रूजर सहित दो लग्जरी कार बरामद की गई थी। उस वक्त पुलिस और एसटीएफ की टीम ने छानबीन की थी जिसके बाद कहा गया था कि 2012 में खालिद ने 40 लाख रुपये में फ्लैट खरीदा था।

लखनऊ के महानगर थाना क्षेत्र स्थित यूनिवर्सल अपार्टमेंट के 3-बीएचके फ्लैट की जांच तेज हो गई है। इसी फ्लैट में माफिया अतीक का बेटा असद अपने साथियों के साथ रहता था। फ्लैट ठेकेदार मो. खालिद की बीवी के नाम पर है, लेकिन शुरुआती जांच में पता चला था कि उसे माफिया ने ही खरीदा था।

वर्ष 2019 में खालिद की मौत हो चुकी है, लेकिन उसकी बेगम के नाम पर कीमती जमीन होने की जानकारी भी मिली है। ऐसे में अभिलेखों की छानबीन और सत्यापन के बाद कार्रवाई किए जाने की बात कही जा रही है।

फरवरी में उमेश पाल और उसके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की हत्या के बाद पुलिस टीम ने यूनिवर्सल अपार्टमेंट में छापेमारी की थी। तब फ्लैट से असद का ट्राली बैग, शैक्षणिक दस्तावेज और बाहर से लैंड क्रूजर सहित दो लग्जरी कार बरामद की गई थी। उस वक्त पुलिस और एसटीएफ की टीम ने छानबीन की थी, जिसके बाद कहा गया था कि वर्ष 2012 में खालिद ने 40 लाख रुपये में फ्लैट खरीदा था।

कुछ दिन बाद अतीक ने खुद को कारोबारी बताते हुए फ्लैट किराए पर लिया, लेकिन बाद में कब्जा कर लिया था। हालांकि, प्रयागराज पुलिस की जांच में पता चला था कि माफिया के बल पर खालिद प्रापर्टी डीलिंग के साथ ही सिंचाई विभाग में ठेकेदारी करता था। इसी आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।

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