Prayagraj : माघ मेले में भूमि को लेकर रोए सतुआ बाबा, UPPSC : पीसीएस इंटरव्यू आठ जनवरी से
Prayagraj : माघ मेले में भूमि को लेकर रोए सतुआ बाबा, साधु संतों के मेले में बसने से किया इनकार
माघ मेले में खाक चौक पर भूमि आवंटन को लेकर साधु संतों ने मेला प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया है। आक्रोशित सतुआ बाबा संतों के साथ धरने पर बैठ गए और फूट-फूटकर रोने लगे।
माघ मेले में भूमि आवंटन के दौरान बवाल हो गया। मेला प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए सतुआ बाबा धरने पर बैठ गए और फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने मेला प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाया। उनके साथ बड़ी संख्या में साधु संत धरने पर बैठ गए।
मेला प्रशासन के अधिकारी सतुआ बाबा समेत अन्य साधु संतों को मनाने का प्रयास करने लगे, लेकिन साधु संत अपनी मांगो पर अड़े रहे। खाक चौक व्यवस्था समिति के सभी मुकाम धारी मेला प्राधिकरण पर अपनी मांगों को लेकर धरने पर काफी देर तक बैठे रहे।
Prayagraj News: भूमि के लिए संतों-तीर्थपुरोहितों में ठनी, मेला प्रशासन दफ्तर पर धरना
खाक चौक के भूमि आवंटन को लेकर रविवार को खाक चौक के संतों और प्रयागवाल सभा के तीर्थपुरोहितों के बीच घमासान मच गया। महावीर मार्ग पर परंपरागत प्रयागवाल की भूमि पर खाक चौक के संतों ने अपना दावा जताते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
सैकड़ों की संख्या में साधु-संत नारेबाजी करते हुए मेला प्राधिकरण के कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। प्रशासन की अनसुनी को लेकर सतुआ बाबा फूट-फूट कर रो पड़े। उधर, विवाद बढ़ने पर भूमि आवंटन बीच में ही रोक दिया गया।
देर रात प्रशासन ने दूसरी जगह खाक चौक के संतों को प्रयागवाल के बराबर भूमि देने का आश्वासन दिया, तब मामला शांत हो सका। संगम की रेती पर माघ मेले में समूहों में बसने वाली सबसे बड़ी आध्यात्मिक संस्था खाक चौक व्यवस्था समिति के सौ से अधिक मुकामधारियों के लिए रविवार को दूसरे दिन भी भूमि आवंटन होना था।
मेला प्रशासन की राजस्व टीम भूमि आवंटन के लिए पहुंची। उसी दौरान खाक चौक व्यवस्था समिति के महामंत्री महावीर मार्ग पर बसने वाले प्रयागवाल सभा के तीर्थपुरोहितों को दूसरी जगह हटाकर उस भूमि को खाक चौक के लिए आवंटित करने की जिद पर अड़ गए।
उधर, तीर्थ पुरोहितों ने भी खाक चौक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और नारेबाजी करने लगे। तीर्थपुरोहितों का कहना था कि वह किसी भी कीमत पर अपनी भूमि नहीं छोड़ेंगे। विवाद बढ़ने पर महामंडलेश्वर सतुआ बाबा के नेतृत्व में सैकड़ों संत मेला प्रशासन कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान सतुआ बाबा ने मेला प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया।
कहा कि खाक चौक के संतों को मनसइता नाले के पास फेंक दिया जाता है। यह दुर्दशा संत नहीं सहेंगे। इस दौरान सतुआ बाबा फफक-फफक कर रोने लगे। देर रात तक संतों का धरना जारी रहा, लेकिन मेला प्रशासन भी टस मस होने के लए तैयार नहीं हुआ।
प्रभारी मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद का कहना था कि परंपरागत तरीके से जो जहां बसते आए हैं, वह वहीं पर अपनी ही जमीनों पर बसेंगे। प्रयागवाल की भूमि छीनकर दूसरे संतों को नहीं दी जा सकती। अंतत: अक्षयवट मार्ग की दक्षिणी पटरी पर खाक चौक को प्रयागवाल के बराबर भूमि देने की मेला प्रशासन ने हामी भरी, तब जाकर धरना समाप्त हुआ।
UPPSC : पीसीएस भर्ती के लिए इंटरव्यू आठ जनवरी से, आयोग ने जारी किया कार्यक्रम
आयोग ने 22 दिसंबर को पीसीएस मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित किया और 24 घंटे के भीतर इंटरव्यू का कार्यक्रम भी जारी कर दिया। को पीसीएस के कुल 254 पदों पर भर्ती होनी है। पीसीएस-2023 की मुख्य परीक्षा में सफल घोषित किए गए 451 अभ्यर्थियाें को इंटरव्यू की तैयारी के लिए 17 दिनों का वक्त दिया गया है।
उत्तर प्रदेश सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) परीक्षा-2023 के इंटरव्यू पांच दिनों में पूरे हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने शनिवार को इंटरव्यू का कार्यक्रम जारी कर दिया। इंटरव्यू आठ जनवरी 2024 से 12 जनवरी 2024 तक आयोजित किए जाएंगे।
आयोग ने 22 दिसंबर को पीसीएस मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित किया और 24 घंटे के भीतर इंटरव्यू का कार्यक्रम भी जारी कर दिया। को पीसीएस के कुल 254 पदों पर भर्ती होनी है। पीसीएस-2023 की मुख्य परीक्षा में सफल घोषित किए गए 451 अभ्यर्थियाें को इंटरव्यू की तैयारी के लिए 17 दिनों का वक्त दिया गया है।
पीसीएस के 20 प्रकार के 254 पदों में से छह प्रकार के 104 पद ऐसे हैं, जिन पर चयन केवल लिखित परीक्षा के आधार पर होना है। 150 पदों पर चयन लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर किया जाना है। आयोग के अनुसचिव ओंकार नाथ सिंह के अनुसार इंटरव्यू अनुक्रमांकवार आठ, नौ, 10, 11 एवं 12 जनवरी को आयोजित किए जाएंगे। इंटरव्यू दो सत्रों में सुबह नौ बजे और अपराह्न एक बजे से होंगे।
अभ्यर्थियों को आयोग की वेबसाइट से साक्षात्कार पत्र डाउनलोड करना है। अभ्यर्थियों को ऑनलाइन अधिमान्यता प्रपत्र एवं समस्त सूचनाओं को भरकर आवेदन पत्र एवं अन्य जरूरी अभिलेखों के साथ इंटरव्यू वाले दिन निर्धारित समय में आयोग परिसर स्थित सरस्वती भवन में पहुंचना है। इस बारे में विस्तृत जानकारी आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
एसडीएम के 41, डिप्टी एसपी के 42, उपकारापाल के सर्वाधिक 75 पद
पीसीएस-2023 के तहत जिन 254 पदों पर भर्ती होनी है, उनमें डिप्टी कलेक्टर यानी एसडीएम के 41 पद, पुलिस उपाधीक्षक (डिप्टी एससी) के 42 पद और उपकारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं में उपकारापाल के सर्वाधिक 75 पद शामिल हैं। इनके अलावा अधीक्षक कारागार के तीन, सहायक नियंत्रक, विधिक माप विज्ञान ग्रेड-1 का एक, कोषाधिकारी/लेखाधिकारी के 17, जिला कमांडेंट होमागार्ड्स का एक, नगर विकास अनुभाग-4 में कर निर्धारण अधिकारी के 10, जिला पूर्ति अधिकारी श्रेणी-2 का एक, सहायक नियंत्रक, विधिक माप विज्ञान ग्रेड-2 का एक, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय में प्राविधिक सहायक (भू-भौतिकी) का एक, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के आठ, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी के दो, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी के छह, अधिष्ठान अनुभाग में यात्री/मालकर अधिकारी के दो, निबंधन विभाग में उप निबंधक के 20, लोक निर्माण अनुभाग-4 में विधि अधिकारी के चार, दिव्यांगजन सशक्तीकरण अनुभाग-3 में विधि अधिकारी का एक, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय में प्राविधिक सहायक (भूतत्व) के 13 और श्रम अनुभाग पांच में सहायक श्रमायुक्त के पांच पद हैं।
अब आठ माह के अंदर रिजल्ट देने की तैयारी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस का अंतिम चयन परिणाम नौ माह के भीतर जारी करने का लक्ष्य तय किया था लेकिन इंटरव्यू के कार्यक्रम के जरिये आयोग ने संकेत दिए हैं कि चयन प्रक्रिया आठ माह के भीतर पूरी की जा सकती है।
पीसीएस का परिणाम जारी करने के मामले में आयोग एक नया रिकॉर्ड बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, क्योंकि इतने कम समय में पीसीएस परीक्षा की चयन प्रक्रिया कभी पूरी नहीं हुई है। आयोग की ओर से प्रारंभिक परीक्षा 14 मई 2023 को आयोजित की गई थी। इस हिसाब से अगर आठ में रिजल्ट जारी कर दिया जाता है तो अंतिम चयन परिणाम 14 जनवरी या इससे पहले आ जाएगा।
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