मॉकड्रिल तीसरी लहर से निपटने की तैयारि

कोरोना संक्रमण में कमी आई है, लेकिन इससे निपटने की पुरजोर तैयारियां हैं। तीसरी लहर यदि आती है तो उसका सामना कैसे करेंगे, यह जानने के लिए मॉकड्रिल हुआ। तेज बहादुर सप्रू अस्पताल बेली में तैयारियों को परखा गया। शासन की ओर से आए संचारी रोग के संयुक्त निदेशक डॉ. आशू पांडेय ने कोविड वार्ड व ऑक्सीजन प्लांट समेत अन्य संसाधनों के बारे में जानकारी ली।

डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों से उपकरण चलाने के तरीके जाने। मरीज को कितनी देर में ऑक्सीजन देनी है, इसके बारे में भी जानकारी ली गई। नोडल अफसर ने डॉक्टर और नर्सों से सवाल भी किए। वेटिंलेटर, वाईपैप, एचएफडब्ल्यूसी समेत कई उपकरणों का इस्तेमाल अपने सामने कराया। उपकरणों को खोलने के बाद बंद भी कराकर देखा।

अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मनोज अखौरी ने बताया कि मॉकड्रिल में सबकुछ ठीक मिला है। हल्की खामियों को दूर कर लिया जाएगा। स्वास्थ्यकर्मियों के ज्ञान की भी परख हुई। जिला नोडल अधिकारी डॉ. एके तिवारी भी मौजूद रहे। संयुक्त निदेशक डॉ. पांडेय ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर के लिए पुख्ता तैयारी की जा रही है।

जहां जैसी भी दिक्कतें हैं वह समय रहते दूर कर ली जाएंगी। सीएमएस डॉ. किरण मलिक ने बताया कि यहां 40 बेड की व्यवस्था है। 20 आईसीयू व 20 एचडीयू बेड हैं।एसआरएन अस्पताल की पीएमएसएसवाई बिल्डिंग में संचालित पीकू वार्ड का भी मॉकड्रिल किया गया।

डब्ल्यूएचओ की टीम डॉ. आलोक के नेतृत्व में यहां तैयारियों का जायजा लेने पहुंची। करीब एक घंटे तक उपकरण को चलाने व बंद कराने से लेकर मरीज को भर्ती करने की प्रक्रिया हुई। डॉक्टर व नर्सों से डॉ. आलोक ने सवाल-जवाब भी किए। उपकरण व व्यवस्था की भी जानकारी ली गई। वहीं रामनगर, मांडा, कोटवा एट बनी, फूलपुर सीएचसी में भी तैयारियों को परखा गया। सभी जगह व्यवस्था ठीक पाने का दावा किया गया।

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