Mahakumbh 2025: कुंभ महापर्व का आयोजन, जानें कब लगेगा प्रयाग में 12 साल बाद कुंभ
Mahakumbh 2025(Reliable Media)महाकुंभ मेले के आयोजन को लेकर तारीखें आ चुकी हैं। अगला पूर्ण कुंभ मेला प्रयागराज में वर्ष 2025 में लगेगा। हर 12 साल में कुंभ मेले का आयोजन होता है और इस बार का कुंभ प्रयाग में होगा। आइए जानते हैं कब से कब तक होगा कुंभ का आयोजन और शाही स्नान की प्रमुख तिथियां।
प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन वर्ष 2025 में 29 जनवरी से होगा। महाकुंभ मेले का आयोजन हर 12 साल में किया जाता है। इससे पहले यह आयोजन वर्ष 2013 में हुआ था। इसे मेले का संबंध ज्योतिष और आस्था दोनों से माना जाता है। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, मेष राशि के चक्र में बृहस्पति, सूर्य और चन्द्रमा के मकर राशि में प्रवेश करने पर महाकुंभ मेले का आयोजन होता है। साल 2025 में यह संयोग बनेगा और तब 29 जनवरी से लेकर 8 मार्च तक यह मेला लगेगा। 8 मार्च को अंतिम शाही स्नान होगा।
2025 में महाकुंभ का पहला शाही स्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन होगा। 14 जनवरी को मकर संक्रांति का शाही स्नान, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का शाही स्नान, 3 फरवरी को वसंत पंचमी का शाही स्नान और उसके बाद 4 फरवरी को अचला सप्तमी, 12 फरवरी को अचला सप्तमी, 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा और 8 मार्च को महाशिवरात्रि का शाही स्नान होगा। कुल मिलाकर 21 शाही स्नान होंगे।
कैसे और कब होता कुंभ मेले का आयोजन
कुंभ मेले का आयोजन कब और कहां किया जाएगा, इसका निर्धारण ग्रहों और राशियों की स्थिति देखकर किया जाता है। कुंभ मेले की तिथि को निर्धारित करने में सूर्य और गुरु को अहम माना जाता है।
गुरु जब वृष राशि में होते हैं और सूर्य मकर राशि में होते हैं तो मेले का आयोजन प्रयाग में होता है।
सूर्य तब मेष राशि और गुरु कुंभ राशि में होते हैं तो कुंभ हरिद्वार में लगता है।
सूर्य और गुरु जब सिंह राशि में होते हैं तो महाकुंभ मेला नासिक में लगता है।
जब गुरु सिंह राशि में और सूर्य मेष राशि मं होते हैं तो कुंभ का आयोजन उज्जैन में होता है।