प्रतापगढ़ :(Video Attached) एसडीएम की पिटाई से नायब नाजिर की मौत
लालगंज में एसडीएम की पिटाई से गंभीर रूप से जख्मी नायब नाजिर (Naib Nazir Death) सुनील कुमार शर्मा की मौत हो गई। घटना के बाद कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। देर रात तहसील गेट पर कर्मचारियों ने जाम लगा दिया। मौके पर डीएम और एसपी पहुंच गए। कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए डीएम ने एसडीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
नायब नाजिर को पीटते हुए घसीटकर बाहर ले गए सुनील कुमार शर्मा (55) मौत (Naib Nazir Death)
एसडीएम पर पिटाई का आरोप लगाने वाले लालगंज तहसील में तैनात नायब नाजिर (Naib Nazir) सुनील कुमार शर्मा (55) की शनिवार रात मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसकी जानकारी होने पर कर्मचारी संगठन भड़क गए। अस्पताल पहुंचे कर्मचारियों और वकीलों ने घटना को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
पुलिस को शव कब्जे में लेने से रोक दिया। घटना की जानकारी पर पुलिस और प्रशासन के अफसर भी अस्पताल पहुंच गए। देर रात तक कर्मचारी आरोपी एसडीएम के खिलाफ केस दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे।
देर रात एसडीएम को हटाकर मुख्यालय से संबद्ध कर दिया (Naib Nazir Death)
उधर, डीएम ने मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। देर रात एसडीएम को हटाकर मुख्यालय से संबद्ध कर दिया। डीएम के आदेश पर देर रात आरोपी एसडीएम के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उसके गिरफ्तार किए जाने की भी चर्चा रही।
आरोप – 30 मार्च को एसडीएम ने घर में घुसकर पीट (Naib Nazir Death)
हालांकि पुलिस तहरीर मिलने से इनकार करती रही। दूसरे दिन घायल सुनील शर्मा की पीठ पर लाठियों के निशान देख कर्मचारी आक्रोशित हो उठे।
एसडीएम की गिरफ्तारी पर अड़े कर्मचारी (Naib Nazir Death)
उन्हें उपचार के लिए सीएचसी ले जाया गया। शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने पर नायब नाजिर को लालगंज स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, लेकिन यहां हालत में सुधार नहीं हुआ।
आक्रोशित कर्मचारियों ने मेडिकल कॉलेज गेट पर लगाया जाम, नारेबाजी (Naib Nazir Death)
एसडीएम पर पिटाई का आरोप लगाने वाले लालगंज तहसील में तैनात नायब नाजिर सुनील शर्मा की मौत से नाराज कर्मचारियों ने शनिवार रात मेडिकल कॉलेज गेट पर जाम लगा दिया। शव के साथ एंबुलेंस गेट पर खड़ी कराकर कर्मचारी नारेबाजी करने लगे।
इस दौरान कर्मचारियों से कई बार पुलिस की नोकझोंक हुई। कर्मचारियों का आक्रोश देखकर पुलिस बैकफुट पर आ गई। बवाल बढ़ने पर देर रात डीएम-एसपी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। डीएम ने कर्मचारियों को समझाने के बाद आरोपी एसडीएम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। खबर लिखे जाने तक कर्मचारी अस्पताल गेट पर जमे थे।
देर रात तक होता रहा बवाल (Naib Nazir Death)
एसडीएम लालगंज की पिटाई से मरे तहसीलकर्मी सुनील शर्मा की मौत के बाद देर रात तक बवाल होता रहा। घटना से आक्रोशित कर्मचारियों ने शव के साथ एंबुलेंस को गेट पर खड़ा कराकर नारेबाजी शुरू कर दी।
कर्मचारियों के गेट पर जाम लगाने के चलते मरीजों को परेशान होना पड़ा। कर्मचारी तत्काल एसडीएम के खिलाफ मुकदमा और गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे।
कर्मचारी नेता भी अस्पताल गेट पर पहुंच गए (Naib Nazir Death)
कर्मचारी किसी को भी अस्पताल के अंदर नहीं जाने दे रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस से कई बार उनकी झड़प और नोकझोंक हुई। देखते ही देखते राजस्व, स्वास्थ्य, विकास विभाग समेत अन्य विभागों के कर्मचारी नेता भी अस्पताल गेट पर पहुंच गए।
कर्मचारी नेता अफसरों पर दोषी एसडीएम को बचाने का आरोप लगाते रहे। कर्मचारियों का कहना था कि तहरीर देने के बाद भी दो दिनों तक मुकदमा नहीं दर्ज किया गया
अफसर भी पीड़ित की बात को नजरअंदाज करते रहे (Naib Nazir Death)
अफसर भी पीड़ित की बात को नजरअंदाज करते रहे। जिसके चलते घायल कर्मचारी का सही से उपचार नहीं हो सका। कर्मचारियों का गुस्सा देखकर पुलिस बैकफुट पर रही। देर रात करीब सवा ग्यारह बजे डीएम डॉ. नितिल बंसल और एसपी सतपाल अंतिल मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे।
डीएम ने कर्मचारियों को समझाने के साथ ही कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी। एसडीएम के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। खबर लिखे जाने तक कर्मचारी अस्पताल गेट पर जमे थे।
सीयूजी बंदकर फरार आरोपी एसडीएम खुद पहुंच गए इलाज करने (Naib Nazir Death)
तहसील कर्मचारी सुनील शर्मा की पिटाई के आरोपी लालगंज उपजिलाधिकारी ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह शनिवार दोपहर से सीयूजी मोबाइल बंद कर तहसील से फरार थे। उनकी तलाश हर कोई कर रहा था, मगर वह किसी के संपर्क में नहीं आ रहे थे।
काफी प्रयास के बाद भी उनसे किसी की बात नहीं हो पा रही थी। देर शाम वह मेडिकल कॉलेज परिसर में आ गए। स्वास्थ्य कर्मचारियों के अनुसार, पीछे के रास्ते एसडीएम लालगंज ज्ञानेंद्र सीधे वार्ड में पहुंचे।
सोशल मीडिया पर एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम का एक वीडियो वायरल (Naib Nazir Death)
स्वास्थ्य कर्मचारियों से जानकारी लेने के बाद वह करीब एक घंटे तक वार्ड में मौजूद रहे। सोशल मीडिया पर एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह घायल कर्मचारी सुनील का बेड पर इलाज करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
गंभीर हालत में पड़े सुनील का बेड पर वह सीना दबाते हुए दिख रहे हैं। हैरत की बात यह है कि आरोपी एसडीएम अस्पताल किस वजह से पहुंचे। जबकि उनके ऊपर कर्मचारी की पिटाई का आरोप था।
दूसरी तरफ सवाल यह भी है कि वह खुद सुनील का इलाज कैसे करने लगे। उन्हें सुनील का सीना दबाने की अनुमति कैसे दे दी गई। इस बाबत कोई भी जिम्मेदार अधिकारी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है।
प्रतापगढ़ में ही मिली थी पहली तैनाती (Naib Nazir Death)
प्रयागराज के रहने वाले एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम की पहली तैनाती प्रतापगढ़ में ही हुई थी। वह जिले में बतौर प्रशिक्षु आए थे। प्रशिक्षण का समय पूरा होने के बाद उन्हें पहली तैनाती रानीगंज तहसील में दी गई थी। हालांकि वहां कुछ ही दिनों तक वह अपनी पारी खेल सके। वहां से हटाकर उन्हें लालगंज एसडीएम बनाया गया था।
प्रतापगढ़ के लालगंज में नायब नाजिर सुनील कुमार शर्मा ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनकी मौत को लेकर परिवारवालों ने एसडीएम सहित तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज करवाई है।
परिवारवालों ने एसडीएम सहित तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज करवाई है (Naib Nazir Death)
लालगंज तहसील के नायब नाजिर सुनील कुमार शर्मा की शनिवार देर रात जिला अस्पताल में मौत हो गई। उसे 30 मार्च की रात तहसील परिसर में बुरी तरह पीटा गया था जिसके बाद सुनील ने एसडीएम पर पिटाई का आरोप लगाते हुए तहरीर थाने में दी थी।
सुनील की मौत के बाद शनिवार देर रात लालगंज कोतवाली में आरोपित एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह और तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। उधर डीएम ने एसडीएम को हटाकर चार्ज दूसरे को दे दिया है।
30 मार्च की रात तहसील परिसर में बुरी तरह पीटा गया (Naib Nazir Death)
सुनील शर्मा ने आरोप लगाया था कि एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह ने 30 मार्च की रात उसकी पिटाई की थी। दूसरे दिन उसकी रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई लेकिन एडीएम के निर्देश पर उसकी चोटों का मेडिकल कराया गया। बाद में उसे लालगंज ट्रामा सेंटर में भर्ती करा दिया गया।
जिला ट्रेड यूनियन कौंसिल के अध्यक्ष हेमंत नंदन ओझा ने शनिवार को जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि सुनील शर्मा की हालत बिगड़ गई है लेकिन उसे लालगंज से रेफर नहीं किया जा रहा है। जिसके बाद देर शाम उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जिला अस्पताल लाने के बाद देर शाम उसकी हालत बिगड़ गई। इसकी जानकारी होते ही प्रशासनिक अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। उसे प्रयागराज भेजने के लिए एंबुलेंस में लादा गया लेकिन फिर उतार लिया गया।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, डॉक्टरों की टीम के साथ पहुंचे और ऑपरेशन थिएटर में उसे ले जाकर कृत्रिम सांस देने का प्रयास करने लगे। मीडियाकर्मियों को भी भीतर जाने से रोक दिया गया।
मीडियाकर्मियों को भी भीतर जाने से रोक दिया गया (Naib Nazir Death)
देर शाम तक जिला अस्पताल में अफरातफरी मची रही और अफवाहों का दौर चलने लगा तो पुलिस तैनात कर दी गई। देर रात उसे मृत घोषित किया गया। इसके बाद भी अधिकृत रूप से कोई बोलने को तैयार नहीं हुआ।
नायब नाजिर सुनील की मौत के बाद उसके परिजन एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। जिसके बाद देर रात एसडीएम और तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज किया गया।
पिता को पीटते हुए घसीटकर बाहर ले गए (Naib Nazir Death)
सुनील के बेटे सुधीर शर्मा की ओर से दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि 30 मार्च की रात 9 बजे एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह उसके पिता के सरकारी आवास में तीन लोगों के साथ घुस आए और उसके पिता को पीटते हुए घसीटकर बाहर ले गए।
एसडीएम उसके पिता से तहसील की बाउंड्री बनवाने के लिए छह हजार ईंट की मांग कर रहे थे। पिटाई से उसके पिता की हालत बिगड़ने के बाद एसडीएम ने उसे अस्पताल भिजवाया लेकिन परिवारवालों से मिलने नहीं दिया। जिसकी वजह से शनिवार रात उसके पिता की मौत हो गई।