Naziyapur-Pratapgarhभू माफियाओं एवं राजस्व कर्मियों का गजब का गठजोड़
लाल जी उपाध्याय (ब्यूरो चीफ प्रतापगढ़ )-
ग्राम पंचायत नजियापुर के राजस्व ग्राम घोरका मुफरिद के 2 सरकारी चकरोड, 2 सरकारी घूर गड्ढा 1 नवीन परती सहित एक अन्य सरकारी भूमि से संबंधित हुए अवैध कब्जे का।
ग्रामीणों द्वारा रानीगंज तहसील में अनेक तहसील दिवसों पर वर्ष 2016 से दिए जा रहे अनेक शिकायती प्रार्थना पत्रों के बावजूद भी आज तक भू माफियाओं से मिलीभगत होने के कारण राजस्व कर्मियों द्वारा नहीं हटवाया गया अबैध कब्जा।
क्षुब्ध ग्रामीण ने भू माफियाओं सहित उनसे गठजोड़ रखने वाले राजस्व कर्मियों को दंडित कराने एवं अबैध कब्जा हटवाने के लिए जरुरत पड़ने पर अपना खून तक बेचकर मा. उच्च न्यायालय से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक की लड़ाई लड़ने की जिद पर है अड़ा।
हद की बात तो तब हो गई जब रानीगंज तहसील में गत माह आए हुए श्रीमान मंडलायुक्त महोदय एवं श्रीमान जिलाधिकारी महोदय के आदेश को भी लेखपाल व कानूनगो ने ठंडे बस्ते में डाल दिया और आज तक अबैध कब्जा नहीं हटवाया।
उक्त प्रकरण के संबंध में मैंने कानूनगो धर्मेश श्रीवास्तव से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल फोन पर बात किया तो उन्होंने अपनी अभ्यस्त शैली में आजकल – आजकल में कार्य हो जाने की बात कहा किन्तु मेरे पास बैठे व सुने रहे ग्रामीणों/पीड़ितों के गले के नीचे उनकी बात नहीं उतरी क्योंकि यही बात तो वै बर्ष 2016 से सुनते आए हैं।
समाचार के साथ संलग्न वीडियो में सुने स्वयं कई पीड़ितों की जुबानी, भू माफियाओं व राजस्व कर्मियो के मिली-भगत होने की अनोखी कहानी।
उत्तर प्रदेश के जनपद प्रतापगढ़ में स्थित रानीगंज तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत नजियापुर के राजस्व ग्राम घोरका मुफरिद में भू माफियाओं के एक संगठित गिरोह द्वारा अनेक सरकारी चकरोडों , सरकारी घूर गड्ढे, नवीन परती तथा अन्य सरकारी भूमियों पर अबैध रुप से कई वर्ष पूर्व समय से कब्जा कर लिया गया है .
जिसे खाली कराने के लिए कई ग्रामीणों ने वर्ष 2016 से शिकायती प्रार्थना पत्र को विभिन्न तहसील दिवसों में देते चले आ रहे हैं किंतु स्थानीय राजस्व कर्मियों द्वारा भू माफियाओं से मिलीभगत होने के कारण उस अवैध कब्जे को आज तक नहीं हटवाया तथा नाना प्रकार के हीला हवाली बातें बताते चले आ रहे हैं.
जिससे जनता के हित में शासन प्रशासन द्वारा लागू किए एंटी भू माफिया में निहित प्राविधानों का जहां खुला उलंघन हो रहा है वहीं पर भाजपा सरकार की छवि भी धूमिल कर रहे हैं। हद की बात तो तब हो गई जब गत माह रानीगंज तहसील दिवस में आए हुए श्रीमान मंडलायुक्त महोदय एवं श्रीमान जिलाधिकारी महोदय ने लेखपाल को तलब कर उन्हें कड़ी फटकार लगाते हुए मात्र तीन दिवस के भीतर ही अवैध कब्जा हटवाने के लिए कहा था.
किन्तु उनके आदेश को भी लेखपाल और कानून गो ने उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया और आज तक अवैध कब्जा नहीं हटवाया।
गौरतलब है कि ग्राम घोरका मुफरिद में सरकारी चकरोड संख्या 150 व 102 पर तथा सरकारी भूमि संख्या 84 पर एवं सरकारी घूर गड्ढा संख्या 173 व 193 पर एवं नबीन परती संख्या 159 पर गांव के ही कई भूमाफिया किस्म के दबंग लोगों द्वारा अर्सा कई वर्ष पूर्व समय से अवैध रूप से कब्जा किया गया है .
जिसे खाली कराने के लिए ग्रामीणों द्वारा बार बार लिखित रूप से शिकायत करने के बावजूद भी संबंधित राजस्व कर्मियों द्वारा आज तक न तो अवैध कब्जा हटवाया गया और न ही दोषी के विरुद्ध कोई जुर्माना ही किया गया और ना ही उनके विरुद्ध लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम 2 /3 के तहत कोई प्राथमिकी ही दर्ज कराई गई।
जिससे क्षुब्ध होकर ग्रामीणों ने यल टी भारत न्यूज़ से अपनी पीड़ा साझा करते हुए जो बयान दिया है उससे सम्बन्धित वीडियो समाचार के साथ संलग्न है जिसमें उक्त प्रकरण की बाबत भू माफियाओं से राजस्व कर्मियों की हुई मिली-भगत की कहानी स्वयं सुनिए उन्हीं की जुबानी और न्याय हित में अपनी टिप्पणी के साथ समाचार को भी शेयर करने का कष्ट करें ताकि सच्चाई की गूंज सरकार के कानों तक पहुंच सके और पीड़ितों को न्याय मिल सके।